कभी चौक-चौराहों पर बिकती थी बर्फ, आज घर-घर होता है उत्पादन
गर्मी के दिनों में किसी समय श्रीगंगानगर शहर में चौक-चौराहों पर बर्फ के ब्लॉक ही ब्लॉक नजर आते थे और खरीददारों की भीड़ जुटती थी, मगर अब समय के साथ-साथ बहुत बड़ा बदलाव आया है। आज गर्मी का पारा 42 डिग्री के आसपास होने के बाद भी शहर में कोई बर्फ खरीदता हुआ नजर नहीं आता है। यह बात अलग है कि शादी समारोह या अन्य कार्यक्रमों में भारी मात्रा में बर्फ की बिक्री होती है। मगर आम आदमी के हाथ में बर्फ नजर नहीं आती है।
अब लगभग सभी घरों में फ्रिज आ जाने और बिजली आपूर्ति लगभग सुचारू होने से लोगों को बाजार से बर्फ नहीं खरीदनी पड़ रही है। जिस किसी को बड़े कार्यक्रम के लिए बर्फ की जरूरत होती है तो वह फैक्ट्री से सीधे ब्लॉक उठा लेता है। बर्फ फैक्ट्री संचालकों के अनुसार शहर में इस समय बर्फ की बड़ी चार फैक्ट्रियां हैं। जिनमें रोजाना लगभग 100 टन बर्फ का उत्पादन होता है।
अब लगभग सभी घरों में फ्रिज आ जाने और बिजली आपूर्ति लगभग सुचारू होने से लोगों को बाजार से बर्फ नहीं खरीदनी पड़ रही है। जिस किसी को बड़े कार्यक्रम के लिए बर्फ की जरूरत होती है तो वह फैक्ट्री से सीधे ब्लॉक उठा लेता है। बर्फ फैक्ट्री संचालकों के अनुसार शहर में इस समय बर्फ की बड़ी चार फैक्ट्रियां हैं। जिनमें रोजाना लगभग 100 टन बर्फ का उत्पादन होता है।
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