पहली बार 'रेल रक्षक दलÓ का गठन, दुर्घटना होने पर 60 मिनट में पहुंचेगा घटनास्थल पर
रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। जिसके तहत रेल रक्षक दल का गठन किया गया है, जो किसी भी रेल दुर्घटना की स्थिति में 60 मिनट के भीतर घटनास्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य शुरू करेगा।
खास बात है कि इसकी शुरुआत देश में सबसे पहले उत्तर पश्चिम रेलवे जोन में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर की है। इस प्रयोग के सफल होने पर इसे देशभर में लागू किया जाएगा। इस संबंध में जोन के रेलवे अधिकारियों का कहना है कि बीते कुछ वर्षों में ट्रेन हादसों की संख्या बढ़ी है, जिससे राहत एवं बचाव कार्यों को मजबूत करने की जरूरत महसूस की गई है। इसी को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने एनडीआरएफ के सहयोग से विशेष रूप से प्रशिक्षित रेल रक्षक दल तैयार किया है, जो 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहेगा।
खास बात है कि इसकी शुरुआत देश में सबसे पहले उत्तर पश्चिम रेलवे जोन में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर की है। इस प्रयोग के सफल होने पर इसे देशभर में लागू किया जाएगा। इस संबंध में जोन के रेलवे अधिकारियों का कहना है कि बीते कुछ वर्षों में ट्रेन हादसों की संख्या बढ़ी है, जिससे राहत एवं बचाव कार्यों को मजबूत करने की जरूरत महसूस की गई है। इसी को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने एनडीआरएफ के सहयोग से विशेष रूप से प्रशिक्षित रेल रक्षक दल तैयार किया है, जो 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहेगा।
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