होलिका दहन में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
श्रीगंगानगर जिले में होली का पर्व बड़ी श्रद्धा और परंपरागत तरीके से मनाया गया। होलिका दहन रात 11 बजकर 27 मिनट पर किया गया। स्थानीय लोगों ने होलिका दहन स्थल पर गाय के गोबर से बने उबले और प्रसाद चढ़ाकर पूजा-अर्चना की। सुबह से ही बड़ी संख्या में महिलाएं, पुरुष और बच्चे होलिका दहन स्थल पर पहुंचने लगे थे।
सनातन परंपरा के अनुसार परिवार की महिलाएं गाय के गोबर से बने उबलों की मालाएं बच्चों को पहनाती हैं। इसके बाद इन्हें होलिका दहन स्थल पर चढ़ाया जाता है। मान्यता है कि इससे बच्चों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
सनातन परंपरा के अनुसार परिवार की महिलाएं गाय के गोबर से बने उबलों की मालाएं बच्चों को पहनाती हैं। इसके बाद इन्हें होलिका दहन स्थल पर चढ़ाया जाता है। मान्यता है कि इससे बच्चों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
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