श्रीगंगानगर में स्थापित हो किन्नू वैक्सिंग प्लांट व कृषि महाविद्यालय
- विधानसभा में विधायक राजकुमार गौड़ ने ढाणियों में पेयजल का मुददा भी उठाया
श्रीगंगानगर (एसबीटी)। विधायक राजकुमार गौड़ ने मंगलवार को विधानसभा में किन्नू वैक्सिंग प्लांट प्रोसेसिंग यूनिट लगाने, कृषि महाविद्यालय खोलने व ग्रामीण इलाकों की ढाणियों में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सहीत अनेक मुददे उठाए। विशेष प्रस्ताव के तहत विधायक ने कृषि मंत्री का ध्यान आकृष्ट करते हुए सदन को बताया कि प्रदेश में श्रीगंगानगर कृषि प्रधान जिला है। राजस्थान के खाद्यान उत्पादन का एक बड़ा हिस्सा इसी जिले में पैदा होता है। परन्तु इस क्षेत्र में राजकीय कृषि महाविद्यालय नहीं है। इस कारण छात्रों को दूर - दराज के राजकीय विवि विद्यालयों में प्रवेश हेतु जाना पड़ता है। यदि निजी महाविद्यालय में कृषि संकाय में प्रवेश लेले है तो उनकी फीस बहुत ज्यादा होती है। विधायक राजकुमार गौड़ ने बताया कि श्रीगंगानगर में कृषि अनुसंधान केन्द्र भी बना हुआ है, जिसमें जमीन, भवन, कृषि सम्बन्धित सभी यन्त्र, सभी कृषि अनुसंधान लैब इत्यादि की सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। यह कृषि महाविद्यालय के लिए पर्याप्त है तथा विभाग द्वारा केवल स्टाफ की नियुक्ति कर राजकीय कृषि महाविद्यालय को प्रारम्भ किया जा सकता है। विधायक ने जलदाय विभाग मंत्री से जिले की ग्रामीण ढाणियों में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने का आग्रह किया। विधायक ने बताया कि पूर्व में वर्ष 2008 में जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। उस वक्त विशेष योजना बनाकर ढाणियों तक पेयजल पहुंचाया गया था। ऐसा ही अब किया जाना चाहिए।
— किसानों को मिलेगा किन्नू का उचित दाम, सरकार को भी फायदाा
विधायक गौड़ ने विधानसभा में कहा है कि वर्तमान में इलाके के किसान किन्नू को पंजाब के वैक्सिंग प्लांट में ले जाने को मजबूर हैं। साथ ही वहां के किसानों को किन्नू बेच दिया जाता है। ऐसे में पंजाब आगे वैक्सिंग के बाद अन्य राज्यों व विदेशों तक किन्नू भेजता है। कुल मिलाकर जिस किन्नू को गंगानगर का किसान उगाता है, उस किन्नू से सबसे ज्यादा कमाई पंजाब के लोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां वैक्सिंग प्लांट लगने से किसानों को किन्नू का उचित दाम मिलेगा। साथ ही रोजगार बढ़ेगा और राज्य सरकार को भी आय होगी।
श्रीगंगानगर (एसबीटी)। विधायक राजकुमार गौड़ ने मंगलवार को विधानसभा में किन्नू वैक्सिंग प्लांट प्रोसेसिंग यूनिट लगाने, कृषि महाविद्यालय खोलने व ग्रामीण इलाकों की ढाणियों में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सहीत अनेक मुददे उठाए। विशेष प्रस्ताव के तहत विधायक ने कृषि मंत्री का ध्यान आकृष्ट करते हुए सदन को बताया कि प्रदेश में श्रीगंगानगर कृषि प्रधान जिला है। राजस्थान के खाद्यान उत्पादन का एक बड़ा हिस्सा इसी जिले में पैदा होता है। परन्तु इस क्षेत्र में राजकीय कृषि महाविद्यालय नहीं है। इस कारण छात्रों को दूर - दराज के राजकीय विवि विद्यालयों में प्रवेश हेतु जाना पड़ता है। यदि निजी महाविद्यालय में कृषि संकाय में प्रवेश लेले है तो उनकी फीस बहुत ज्यादा होती है। विधायक राजकुमार गौड़ ने बताया कि श्रीगंगानगर में कृषि अनुसंधान केन्द्र भी बना हुआ है, जिसमें जमीन, भवन, कृषि सम्बन्धित सभी यन्त्र, सभी कृषि अनुसंधान लैब इत्यादि की सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। यह कृषि महाविद्यालय के लिए पर्याप्त है तथा विभाग द्वारा केवल स्टाफ की नियुक्ति कर राजकीय कृषि महाविद्यालय को प्रारम्भ किया जा सकता है। विधायक ने जलदाय विभाग मंत्री से जिले की ग्रामीण ढाणियों में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने का आग्रह किया। विधायक ने बताया कि पूर्व में वर्ष 2008 में जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। उस वक्त विशेष योजना बनाकर ढाणियों तक पेयजल पहुंचाया गया था। ऐसा ही अब किया जाना चाहिए।
— किसानों को मिलेगा किन्नू का उचित दाम, सरकार को भी फायदाा
विधायक गौड़ ने विधानसभा में कहा है कि वर्तमान में इलाके के किसान किन्नू को पंजाब के वैक्सिंग प्लांट में ले जाने को मजबूर हैं। साथ ही वहां के किसानों को किन्नू बेच दिया जाता है। ऐसे में पंजाब आगे वैक्सिंग के बाद अन्य राज्यों व विदेशों तक किन्नू भेजता है। कुल मिलाकर जिस किन्नू को गंगानगर का किसान उगाता है, उस किन्नू से सबसे ज्यादा कमाई पंजाब के लोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां वैक्सिंग प्लांट लगने से किसानों को किन्नू का उचित दाम मिलेगा। साथ ही रोजगार बढ़ेगा और राज्य सरकार को भी आय होगी।
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