बिल्डर से 60 लाख रुपये की रंगदारी मांगी, भादरा के युवक समेत दो गिरफ्तार
-पंचकूला का रहने वाला है बिल्डर
श्रीगंगानगर। पंचकूला पुलिस ने वहां के सेक्टर-20 की सोसायटी में रहने वाले बिल्डर को गोली मारने की धमकी देकर 60 लाख रुपए फिरौती मांगने के मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए व्यक्तियों में यूपी के नजीबाबाद का निवासी अयाज अली (25) और राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के भादरा का निवासी सचिन हैं।
पुलिस के अनुसार रुपये ऐंठने की योजना में अयाज मास्टरमाइंड था, जिसने पहले बिल्डर के पास पेंटर का काम किया है। हरियाणवी भाषा में कॉल करने के लिए एक अन्य युवक को शामिल किया गया था। आरोपियों को उस मोबाइल नंबर के जरिए पकड़ा गया जो कई महीने पहले ही आरोपियों से गुम हो गया था। असल में सेक्टर 20 में रहने वाले बिल्डर देवदत्त वर्मा की शिकायत पर पंचकूला सेक्टर 20 पुलिस थाने में आईपीसी की धारा 384 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
दोनों को जीरकपुर से गिरफ्तार किया गया है। मामले का एक अन्य आरोपित करनाल निवासी विशाल अभी फरार है। पुलिस का दावा है कि तीनों फेसबुक के जरिये दोस्त बने थे और पहली बार ऐसी वारदात को अंजाम देना चाहते थे।
4 फरवरी को सेक्टर-20 निवासी बिल्डर देवदत्त वर्मा ने सेक्टर-20 पुलिस थाने में शिकायत देकर बताया था कि उनका बिल्डिग कंस्ट्रक्शन का काम मोहाली में चल रहा है। सुबह वह अपनी साइट पर जा रहे थे। जब वह मोहाली फेस 7 के पास पहुंचे, तो उन्हें किसी ने वाट्सएप कॉल की। उन्होंने कार को साइड लगाकर बात की तो आरोपित ने उनका नाम लिया और बोला कि मेरी बात सुन मुझे पता है कि तूं कहां रहता है और तेरे पास कौन सी गाड़ी है तथा उसका नंबर क्या है। तू 60 लाख रुपये का तुंरत इंतजाम कर ले और जहां मैं बताऊंगा वहां लेकर आ, नहीं तो तुझे घर से उठा लूंगा।
उसके बाद आरोपित ने उन्हें वाट्सएप पर रुपयों की रंगदारी मांगने वाले धमकी भरे वॉयस मैसेज भी भेजे थे। धमकी मिलने से वह घबरा गये थे। वह घर पहुंचे और परिजनों को सारी बात बताई। उसके बाद सेक्टर-20 थाना में शिकायत दर्ज करवाई। मामले के बारे में जानने केबाद देवव्रत वर्मा का परिवार भी घबराया हुआ था और आरोपित को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग कर रहा था, क्योंकि पंजाब में जिस तरह गैंगस्टर सक्रिय हैं, उससे परिवार सहम गया था।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए केस दर्ज कर लिया था और जीरो एफआइआर थाना मटौर में भेज दी गई थी, लेकिन क्राइम ब्रांच भी इस मामले की जांच में जुटी हुई थी।
बिल्डर को वाट्सएप कॉल कर 60 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में अभी एक आरोपित फरार है। मामले में आरोपितों से पूछताछ की जाएगी। तीसरे आरोपित को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बॉक्स में...ऐसे आए पुलिस की गिरफ्त में
जिस नंबर से कॉल आई थी वो राजस्थान का था, लेकिन कॉलिंग में नहीं था। इससे पुलिस को लगा कि ये डमी नंबर है। जिसके बाद कंपनी से डिटेल ली गई तो सामने आया कि 3 महीने पहले ये आरोपी के नाम पर चल रहा था। उस नंबर की डिटेल निकाली तो आरोपी के बारे में जानकारी आ गई। किसी भी नंबर के वॉट्सएप को चलाने के लिए ओटीपी नंबर चाहिए होता है, लिहाजा पुलिस को कंफर्म हो गया कि ये पुराना वॉट्सएप ही है। इसके बाद उस नंबर की लोकेशन को ट्रेस की गई। आरोपियों की लोकेशन पता करने में परेशानी आ रही थी, क्योंकि आरोपियों ने बिल्डर को कॉल करने के बाद पुराने वॉट्सएप को बंद कर दिया था। जिसकी नोटिफिकेशन पुलिस को मिल गई थी। उसके बाद उस मोबाइल, पुरानी आईडी और नए नंबर पर काम किया गया। जिसके बाद दोनों को जीरकपुर से गिरफ्तार किया गया।
श्रीगंगानगर। पंचकूला पुलिस ने वहां के सेक्टर-20 की सोसायटी में रहने वाले बिल्डर को गोली मारने की धमकी देकर 60 लाख रुपए फिरौती मांगने के मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए व्यक्तियों में यूपी के नजीबाबाद का निवासी अयाज अली (25) और राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के भादरा का निवासी सचिन हैं।
पुलिस के अनुसार रुपये ऐंठने की योजना में अयाज मास्टरमाइंड था, जिसने पहले बिल्डर के पास पेंटर का काम किया है। हरियाणवी भाषा में कॉल करने के लिए एक अन्य युवक को शामिल किया गया था। आरोपियों को उस मोबाइल नंबर के जरिए पकड़ा गया जो कई महीने पहले ही आरोपियों से गुम हो गया था। असल में सेक्टर 20 में रहने वाले बिल्डर देवदत्त वर्मा की शिकायत पर पंचकूला सेक्टर 20 पुलिस थाने में आईपीसी की धारा 384 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
दोनों को जीरकपुर से गिरफ्तार किया गया है। मामले का एक अन्य आरोपित करनाल निवासी विशाल अभी फरार है। पुलिस का दावा है कि तीनों फेसबुक के जरिये दोस्त बने थे और पहली बार ऐसी वारदात को अंजाम देना चाहते थे।
4 फरवरी को सेक्टर-20 निवासी बिल्डर देवदत्त वर्मा ने सेक्टर-20 पुलिस थाने में शिकायत देकर बताया था कि उनका बिल्डिग कंस्ट्रक्शन का काम मोहाली में चल रहा है। सुबह वह अपनी साइट पर जा रहे थे। जब वह मोहाली फेस 7 के पास पहुंचे, तो उन्हें किसी ने वाट्सएप कॉल की। उन्होंने कार को साइड लगाकर बात की तो आरोपित ने उनका नाम लिया और बोला कि मेरी बात सुन मुझे पता है कि तूं कहां रहता है और तेरे पास कौन सी गाड़ी है तथा उसका नंबर क्या है। तू 60 लाख रुपये का तुंरत इंतजाम कर ले और जहां मैं बताऊंगा वहां लेकर आ, नहीं तो तुझे घर से उठा लूंगा।
उसके बाद आरोपित ने उन्हें वाट्सएप पर रुपयों की रंगदारी मांगने वाले धमकी भरे वॉयस मैसेज भी भेजे थे। धमकी मिलने से वह घबरा गये थे। वह घर पहुंचे और परिजनों को सारी बात बताई। उसके बाद सेक्टर-20 थाना में शिकायत दर्ज करवाई। मामले के बारे में जानने केबाद देवव्रत वर्मा का परिवार भी घबराया हुआ था और आरोपित को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग कर रहा था, क्योंकि पंजाब में जिस तरह गैंगस्टर सक्रिय हैं, उससे परिवार सहम गया था।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए केस दर्ज कर लिया था और जीरो एफआइआर थाना मटौर में भेज दी गई थी, लेकिन क्राइम ब्रांच भी इस मामले की जांच में जुटी हुई थी।
बिल्डर को वाट्सएप कॉल कर 60 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में अभी एक आरोपित फरार है। मामले में आरोपितों से पूछताछ की जाएगी। तीसरे आरोपित को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बॉक्स में...ऐसे आए पुलिस की गिरफ्त में
जिस नंबर से कॉल आई थी वो राजस्थान का था, लेकिन कॉलिंग में नहीं था। इससे पुलिस को लगा कि ये डमी नंबर है। जिसके बाद कंपनी से डिटेल ली गई तो सामने आया कि 3 महीने पहले ये आरोपी के नाम पर चल रहा था। उस नंबर की डिटेल निकाली तो आरोपी के बारे में जानकारी आ गई। किसी भी नंबर के वॉट्सएप को चलाने के लिए ओटीपी नंबर चाहिए होता है, लिहाजा पुलिस को कंफर्म हो गया कि ये पुराना वॉट्सएप ही है। इसके बाद उस नंबर की लोकेशन को ट्रेस की गई। आरोपियों की लोकेशन पता करने में परेशानी आ रही थी, क्योंकि आरोपियों ने बिल्डर को कॉल करने के बाद पुराने वॉट्सएप को बंद कर दिया था। जिसकी नोटिफिकेशन पुलिस को मिल गई थी। उसके बाद उस मोबाइल, पुरानी आईडी और नए नंबर पर काम किया गया। जिसके बाद दोनों को जीरकपुर से गिरफ्तार किया गया।
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