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टैम्पो चालक ने दो कारों को क्षतिग्रस्त किया, धौंस दिखाई और भगा ले गया

- भेड़-बकरियों की तरह भरे दर्जनों टैम्पो को एसबीटी ने किया कैमरे में कैद
श्रीगंगानगर। शहर में ट्रेफिक व्यवस्था बिगाडऩे में टैम्पो चालकों का बड़ा हाथ है, यह किसी से छुपा नहीं है। सवारी उतारने या बैठाने के लिए दौड़ते टैम्पो अचानक कब ब्रेक लगा दें, यह भी किसी को पता नहीं चलता। दौड़ाते टैम्पो को चालक कब कट मारकर मोड़ दें और सवारियों की जान खतरे में डाल दें। दोपहिया-चौपहिया को क्षतिग्रस्त कर दें ऐसे मामले भी आए रोज होते हैं।
ऐसा ही मामला आज प्रात: करीब 9 बजे डीटीओ ऑफिस के सामने रिद्धि-सिद्धि कॉलोनी के पास हुआ। एक चालक ने लापरवाही से टैम्पो चलाते हुए दो कारों को क्षतिग्रस्त कर दिया। इस टैम्पो पर करीब डेढ़ दर्जन महिलाएं बैठी हुई थी। यह टैम्पो इन महिला मजदूरों को रीको की तरफ लेकर जा रहा था। गनीमत यह रही कि ठूंस-ठूंस कर भरी गई सवारियों को चोट नहीं लगी। चालक ने अपनी गलती नहीं मानते हुए अन्य कुछ टैम्पों चालकों की धौंस से टैम्पो भगा ले गया।
इस बीच सदर थाना पुलिस रात की नींद पूरी करने में लगी थी। फोन पर कई बार इत्तिला देने के बाद भी यही कहा जाता रहा कि गाड़ी भेजी है। सदर थाना और डीटीओ के बीच 5 मिनट का रास्ता सदर थाना पुलिस ने पौन घंटा तक तय नहीं किया।
टैम्पों नम्बर आरजे 13 पीए 3905 पर किसी हरगोविंद फाइनेंस का नाम और मोबाइल नम्बर 90244-80888 लिखा था। इस पर कॉल करने पर मोबाइल अटेंडेंट ने कहा कि यह टैम्पों हमारा नहीं है।
बड़े-बड़े फाइनेंसर हैं मालिक
शहर में अधिकतर टैम्पो बड़े-बड़े फाइनेंसरों के हैं, वे इन्हें किराए पर चलाते हैं। एक-एक फाइनेंसर के पास 50-50 टैम्पो हैं। यह किसी भी ऐरे-गैरे को मामूली जान पहचान लेकर टैम्पो किराए पर देते हैं और इनके चालक लोगों की जान जोखिम में डालकर शहर की सड़कों पर छुट्टे सांड की तरह टैम्पो को दौड़ाते हैं।
दर्जनों टैम्पो में ठूंस-ठंूस कर भरी सवारियां
सुबह के वक्त ऐसे दर्जनों टैम्पो चालक रिको साइड में निकलते हैं, जिनमें ठूंस-ठूंस कर सवारियां भरी रहती हैं। कहने को तो टैम्पो चालक भुखमरी के शिकार हैं लेकिन ऐसा लगता नहीं।
सैकड़ों लोगों की जान जोखिम में डालकर ये टैम्पो अनियंत्रित गति से दौड़ते हैं। इसी वजह से अनेक बार टैम्पो में बैठी सवारियां जान गंवा चुकी हैं। ट्रेफिक, हर थाना क्षेत्र की पुलिस और डीटीओ ऑफिस वालों ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया है।
दिव्यांगटैम्पों ने दिखाई धौंस
जिस वक्त टैम्पो वाले और दो कार चालकों के बीच विवाद चल रहा था, उस वक्त एक ऐसा टैम्पो चालक भी सामने आया जो एक पैर से दिव्यांग था। उसने अपने टैम्पों में भी एक दर्जन के करीब महिलाएं बैठा रखी थी। उसने भी धौंस दिखाते हुए टैम्पो को भगाने में मदद की। हैरानी की बात यह है कि एक पैर से पूरी तरह दिव्यांग युवक को ड्राइविंग लाइसेंस किसने दिया होगा। एसबीटी ने आज कई टैम्पो को कैमरे में कैद किया।

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