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शुगर मिल के बगास की निविदा आमंत्रण में जानबूझकर की गई देरी

- कमेटी ने जयपुर मुख्यालय को भेजी रिपोर्ट
- सहायक लेखाधिकारी को किया जा चुका है एपीओ
श्रीगंगानगर। कमीनपुरा के पास स्थित शुगर मिल के बगास की निविदा आमंत्रण करने में जानबूझकर देरी की गई। इसी के चलते मिल के सहायक लेखाधिकारी राजेश गोयल को एपीओ किया जा चुका है।
इस सम्बंध में गठित की गई कमेटी ने अपनी रिपोर्ट जयपुर मुख्यालय भेज दी है। जिसमें कहा गया है कि पिराई सत्र दिसम्बर में आरंभ होना था। इसके बावजूद निविदा आमंत्रण में देरी की गई और मुख्यालय स्तर पर भी यह रिपोर्ट बाद में भेजी गई। जिससे कि इस पर अंतिम समय में निर्णय लेना मुश्किल हो गया। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भविष्य में कम से कम 15 दिवस पूर्व मुख्यालय स्तर की कमेटी के समक्ष प्रकरण प्रस्तुत किए जाने चाहिएं ताकि अनावश्यक देरी न हो।
उपापन समिति श्रीगंगानगर मिल्स का प्रस्ताव अधिकतम 5500 टन बगास और 4300 रु. प्रतिदिन जीएसटी की दर से क्रय किए जाने पर सम्बंध में 2 करोड़ 36 लाख 50 हजार जीएसटी की दर से व्यय होना संभावित है। कमेटी ने कहा कि इतने महत्वपूर्ण प्रस्ताव को शीघ्र प्रेक्षित किया जाना आवश्यक था। जिसमें देरी की गई। गत वर्ष बगास कार्य की स्वीकृति के साथ निर्देशित किया गया था कि उपापन समिति श्रीगंगानगर मिल्स में लगने वाली अतिरिक्त बगास की दर, मात्रा, कारण, जस्टिफिकेशन का अनुबंध/डीपीआर के आधार पर स्वयं के स्तर पर निश्चय करें।
समिति द्वारा इस प्रकार का कोई भी निश्चय नहीं किया गया। समिति ने एकल निविदा प्राप्त करने के क्रम में आरटीपी नियम 2013 के नियम 68 के अनुसार विधि मान्यता के संदर्भ में कोई टिप्पणी नहीं की गई। मात्र बगास दरों में पड़ोसी राज्यों की वृद्धि के आधार पर 51 प्रतिशत की वृद्धि बताई गई, जो मुख्यालय स्तर के कमेटी की राय में उचित नहीं है। मुख्यालय स्तर की कमेटी के अनुसार बगास की अधिकतम ब्याजदर 4000 रु. प्रतिटन/जीएसटी तक ही मान्य की जा सकती है।
समय सीमा को देखते हुए समिति द्वारा उप प्रबंधक क्रय शुगर फैक्ट्री से यह अपेक्षा की गई थी कि सम्बंधित फर्म से काउंटर ऑफर दिया जाकर चार हजार रु. प्रतिटन जीएसटी की सहमति प्राप्त की जाए। लेकिन उप प्रबंधक क्रय द्वारा फर्म से वार्ता कर सहमति के सम्बंध में कोई जानकारी नहीं दी गई। यही कारण रहा कि 16.50 लाख रु. का अंतर खरीद में आ गया। अब फिर से समिति ने निविदा आमंत्रण करने का प्रस्ताव दिया है।


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