गन्ना नहीं मिलने से शुगर मिल बंद, 30 ट्रॉलियों पंजाब गई
- गन्ना उत्पादक किसान पशोपेश की स्थिति में
श्रीगंगानगर। कमीनपुरा के पास स्थित शुगर मिल में किसानों द्वारा गन्ना नहीं लाए जाने के कारण मिल का पिराई रूक गई है। मिल सूत्रों का कहना है कि लेबर आदि कम होने की वजह से किसान गन्ने की कटाई नहीं कर पा रहे हैं। इस वजह से मिल तक गन्ना पहुंचने में दिक्कत आ रही है। आज सुबह गन्ना उपलब्ध नहीं होने से मिल को रोकना पड़ा।
गन्ना उत्पादक समिति के महासचिव सतविन्द्र पाल सिंह ने बताया कि लेबर की कोई समस्या नहीं है। गन्ने की कटाई युद्धस्तर पर जारी है। यदि लेबर की समस्या होती तो 25 से 30 ट्रॉली गन्ना पंजाब नहीं जाता।
उन्होंने बताया कि आज भी 30 ट्रॉली गन्ना पंजाब की फाजिल्का मिल के लिए रवाना हुआ है। शुगर मिल प्रशासन को चाहिए कि वो अधिक से अधिक पर्चियां वितरित कर दें और किसानों को वरियता के अनुसार गन्ना लाने के लिए कहें ताकि मिल को सुचारू रूप से चलाया जा रहे।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों में गन्ने की ट्रॉलियों को लेकर सिस्टम गड़बड़ाया रहता था। मोडी गन्ने का सर्वे भी इसी वजह से सही नहीं हो पाया। बाद में दोबारा से सर्वे किया गया। हालांकि अभी भी समिति को यह नहीं बताया गया है कि मोडी गन्ना कितना है।
इस चक्कर में किसान पशोपेश की स्थिति में हैं। इसलिए वे गन्ना पंजाब लेकर जा रहे हैं। गन्ने की वैरायटी को लेकर भी दो दिन पहले ही गन्ने की ट्रॉली रोकी गई है। गन्ना उत्पादक किसान रिस्क लेने के मूड में नहीं है। वह अपना गन्ना पंजाब की मिलों को देने को तैयार है।
मिल के बाहर आज एक ट्रॉली भी गन्ना उपलब्ध नहीं था। मिल प्रशासन ने गन्ने की पर्चियां और वितरित की हैं तथा किसानों से गन्ना लाने की अपील की है ताकि शुगर मिल को निर्बाद्ध गति से चलाया जा सके।
श्रीगंगानगर। कमीनपुरा के पास स्थित शुगर मिल में किसानों द्वारा गन्ना नहीं लाए जाने के कारण मिल का पिराई रूक गई है। मिल सूत्रों का कहना है कि लेबर आदि कम होने की वजह से किसान गन्ने की कटाई नहीं कर पा रहे हैं। इस वजह से मिल तक गन्ना पहुंचने में दिक्कत आ रही है। आज सुबह गन्ना उपलब्ध नहीं होने से मिल को रोकना पड़ा।
गन्ना उत्पादक समिति के महासचिव सतविन्द्र पाल सिंह ने बताया कि लेबर की कोई समस्या नहीं है। गन्ने की कटाई युद्धस्तर पर जारी है। यदि लेबर की समस्या होती तो 25 से 30 ट्रॉली गन्ना पंजाब नहीं जाता।
उन्होंने बताया कि आज भी 30 ट्रॉली गन्ना पंजाब की फाजिल्का मिल के लिए रवाना हुआ है। शुगर मिल प्रशासन को चाहिए कि वो अधिक से अधिक पर्चियां वितरित कर दें और किसानों को वरियता के अनुसार गन्ना लाने के लिए कहें ताकि मिल को सुचारू रूप से चलाया जा रहे।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों में गन्ने की ट्रॉलियों को लेकर सिस्टम गड़बड़ाया रहता था। मोडी गन्ने का सर्वे भी इसी वजह से सही नहीं हो पाया। बाद में दोबारा से सर्वे किया गया। हालांकि अभी भी समिति को यह नहीं बताया गया है कि मोडी गन्ना कितना है।
इस चक्कर में किसान पशोपेश की स्थिति में हैं। इसलिए वे गन्ना पंजाब लेकर जा रहे हैं। गन्ने की वैरायटी को लेकर भी दो दिन पहले ही गन्ने की ट्रॉली रोकी गई है। गन्ना उत्पादक किसान रिस्क लेने के मूड में नहीं है। वह अपना गन्ना पंजाब की मिलों को देने को तैयार है।
मिल के बाहर आज एक ट्रॉली भी गन्ना उपलब्ध नहीं था। मिल प्रशासन ने गन्ने की पर्चियां और वितरित की हैं तथा किसानों से गन्ना लाने की अपील की है ताकि शुगर मिल को निर्बाद्ध गति से चलाया जा सके।
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