एक-एक मिनट का सदुपयोग हो ऐसा, परिणाम आए मन चाहे वैसा
- परिषद चुनाव की उलटी गिनती शुरू, सरगर्मी ने जोर पकड़ा
श्रीगंगानगर। नगर परिषद चुनाव की सरगर्मी जोर पकड़ गई है। पार्षद और सभापति की चाह रखने वालों को मालूम है कि परिणाम को मन चाहा पाने के लिए एक-एक मिनट के सदुपयोग की रणनीति आवश्यक है। जिन्होंने चुनावी रण में उतरने का पूरा मन बना लिया है, वे ऐसा करने भी लगे हैं। स्थानीय निकाय चुनाव की उलटी गिनती, चुनाव कार्यक्रम घोषित होते ही शुरू हो चुकी है। जो अधिकाधिक जनसम्पर्क कर पाएगा और मतदाताओं को अपने पक्ष में कर पाएगा वही तो चुनावी दौड़ में आखिर तक बना रहेगा और बाकि पिछड़ जाएगा।
नजर आए जोरदार नजारे
दीपावली सबसे बड़ा त्यौहार होने के कारण चुनाव लडऩे की इच्छा रखने वालों ने इस बार खूब रामरामी की। कई जने तो लगभग पूरी फेरी अपने वार्ड की इस बहाने निकाल आए। कई वार्डों में तो चुनावी माहौल के चलते जोरदार नजारे नजर आए। एक बस्ती की मुख्य सड़क पर तो सोमवार शाम से देर रात तक एक जगह खूब भीड़भाड़ रही। बैठने के लिए कुर्सियों की और खाने-पाने के लिए पकोड़े-चाय की व्यवस्था की गई। चुनावी समर मेें उतरने वाले एक जने की तरफ से तमाम इंतजाम था।
बांटे पाने और पटाखे
ब्लॉक एरिया में पार्षदी का सपना संजोने वाले एक जने ने पूजन के लिए वार्ड के कई घरों में पाने बांटे। पटाखे छुड़ाने के समय अपने साथ एक जने को मोटरसाइकिल पर बैठा कर इधर-उधर घुमाई की। वार्ड में जहां कहीं मतदाताओं के अलावा बच्चों की ठीक-ठाक संख्या नजर आई, वहां मोटरसाइकिल पर लटकाए दो थैलों में से पटाखे निकाल कर बच्चों को दिए और बजाते समय बच्चों की तरह 'खुशियांÓ जता खुद को 'मासूमÓ जताने की कोशिश की।
दिन भर लगी रही रेलमपेल
टिकट वितरण में भूमिका निभाने में सक्षम कई नेताओं के यहां दीपावली की राम-राम करने वालों की रेलमपेल दिन भर लगी रही। इनमें से कुछ तो सच्ची में राम-राम करने आए थे तो काफी ऐसे थे जो रामरमी के बहाने अपनी टिकट के लिए मदद चाहते थे। कई तो 'मेरा मन डोले, मेरा तन डोले...Ó की तर्ज पर एक से दूसरे नेता के यहां पहुंच कर डोरा डालने की कोशिश कर रहे थे। इनमें से किस को टिकट मिलेगी और किसकी कटेगी यह तो समय ही बताएगा।
श्रीगंगानगर। नगर परिषद चुनाव की सरगर्मी जोर पकड़ गई है। पार्षद और सभापति की चाह रखने वालों को मालूम है कि परिणाम को मन चाहा पाने के लिए एक-एक मिनट के सदुपयोग की रणनीति आवश्यक है। जिन्होंने चुनावी रण में उतरने का पूरा मन बना लिया है, वे ऐसा करने भी लगे हैं। स्थानीय निकाय चुनाव की उलटी गिनती, चुनाव कार्यक्रम घोषित होते ही शुरू हो चुकी है। जो अधिकाधिक जनसम्पर्क कर पाएगा और मतदाताओं को अपने पक्ष में कर पाएगा वही तो चुनावी दौड़ में आखिर तक बना रहेगा और बाकि पिछड़ जाएगा।
नजर आए जोरदार नजारे
दीपावली सबसे बड़ा त्यौहार होने के कारण चुनाव लडऩे की इच्छा रखने वालों ने इस बार खूब रामरामी की। कई जने तो लगभग पूरी फेरी अपने वार्ड की इस बहाने निकाल आए। कई वार्डों में तो चुनावी माहौल के चलते जोरदार नजारे नजर आए। एक बस्ती की मुख्य सड़क पर तो सोमवार शाम से देर रात तक एक जगह खूब भीड़भाड़ रही। बैठने के लिए कुर्सियों की और खाने-पाने के लिए पकोड़े-चाय की व्यवस्था की गई। चुनावी समर मेें उतरने वाले एक जने की तरफ से तमाम इंतजाम था।
बांटे पाने और पटाखे
ब्लॉक एरिया में पार्षदी का सपना संजोने वाले एक जने ने पूजन के लिए वार्ड के कई घरों में पाने बांटे। पटाखे छुड़ाने के समय अपने साथ एक जने को मोटरसाइकिल पर बैठा कर इधर-उधर घुमाई की। वार्ड में जहां कहीं मतदाताओं के अलावा बच्चों की ठीक-ठाक संख्या नजर आई, वहां मोटरसाइकिल पर लटकाए दो थैलों में से पटाखे निकाल कर बच्चों को दिए और बजाते समय बच्चों की तरह 'खुशियांÓ जता खुद को 'मासूमÓ जताने की कोशिश की।
दिन भर लगी रही रेलमपेल
टिकट वितरण में भूमिका निभाने में सक्षम कई नेताओं के यहां दीपावली की राम-राम करने वालों की रेलमपेल दिन भर लगी रही। इनमें से कुछ तो सच्ची में राम-राम करने आए थे तो काफी ऐसे थे जो रामरमी के बहाने अपनी टिकट के लिए मदद चाहते थे। कई तो 'मेरा मन डोले, मेरा तन डोले...Ó की तर्ज पर एक से दूसरे नेता के यहां पहुंच कर डोरा डालने की कोशिश कर रहे थे। इनमें से किस को टिकट मिलेगी और किसकी कटेगी यह तो समय ही बताएगा।
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