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सोना, चांदी, बर्तन, वाहन जो चाहे खरीदें लेकिन पंडितों का कहना है

- धनतेरस पर राशि के हिसाब से करेंगे खरीददारी तो हो जाएगी बल्ले-बल्ले
श्रीगंगानगर। 25 अक्टूबर को धनतेरस पर्व मनाया जाएगा। इस दिन से पांच दिवसीय दीपोत्सव का आगाज हो जाएगा।
धनतेरस के दिन खरीददारी को निकलेंगे। ऐश्वर्य, धन, सौभाग्य, सुख आदि की वृद्धि के लिए बर्तन खरीदने की परम्परा का निर्वाह खास तौर पर किया जाएगा लेकिन कई लोग बर्तन, सोना-चादी तो खरीदते ही हैं लेकिन धनेतरस के मौके पर राशि के हिसाब से भी खरीददारी करते हैं। राशि के हिसाब से वस्तुओं की खरीद करना शुभ फलदायी होता है। घर-परिवार में खूब बरकत होती है। सुख-समृद्धि आती है।
पंडित सत्यपाल पाराशर ने बताया कि धनतेरस का दिन अपने आपमें स्वयंसिद्ध मुहूर्त है। यानी इस दिन खरीददारी के लिए किसी मुहूर्त का इंतजार करने की जरूरत नहीं है। 25 अक्टूबर को त्रयोदशी तिथि का आरंभ होते ही दीपोत्सव का शुभारंभ हो जाएगा। भगवान धन्वंतरि जयंती भी इसी दिन मनाई जाएगी।
 धनतेरस के दिन प्रदोषकाल में यम को तिल तेल का दीपक घर के बाहर दक्षिण मुख कर रखने से काल-संकट, रोग, शोक, भय, दुर्घटना, मृत्यु से बचा जा सकता है।
धनतेरस के दिन जो भी शुभ कार्य व खरीदारी की जाए, वह समृद्धिकारक होती है। इस दिन झाड़ू खरीदने की अनोखी परम्परा है। मान्यता है कि इस दिन झाड़ू खरीदने से दरिद्रता दूर होती है। धनतेरस के दिन लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, सोना, चांदी, रत्न आदि की खरीदारी की जाती है।
किस राशि वाले क्या खरीदें?
मेष-चांदी या तांबे के बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक सामान
वृष-चांदी या तांबे के बर्तन
मिथुन-स्वर्ण आभूषण, स्टील के बर्तन, हरे रंग के घरेलू सामान, पर्दा
कर्क-चांदी के आभूषण, बर्तन
सिंह-तांबे के बर्तन, वस्त्र, सोना
कन्या-गणेश की मूर्ति, सोना या चांदी के आभूषण, कलश
तुला-वस्त्र, सौंदर्य या सजावट सामग्री, चांदी या स्टील के बर्तन
वृश्चिक-इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, सोने के आभूषण, बर्तन
धनु-स्वर्ण आभूषण, तांबे के बर्तन
मकर-वस्त्र, वाहन, चांदी के बर्तन
कुम्भ-सौंन्दर्य के सामान, स्वर्ण, ताम्र पात्र, जूते-चप्पल
मीन-स्वर्ण आभूषण, बर्तन।

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