इलेक्ट्रिक गाडिय़ों के लिए देसी तकनीक से बैटरी बना रही आईओसी, चार्ज भी नहीं करनी पड़ेगी
नई दिल्ली। पब्लिक सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंडियन ऑइल कॉरपोरेशन गाडिय़ों में लगनेवाली ऐसी बैटरी का बना रही है जिसमें देसी मेटल्स का इस्तेमाल होगा। इससे इलेक्ट्रिक वीइकल्स में इस्तेमाल होनेवाली लिथियम आयन वाली बैटरी पर निर्भरता घटेगी, यह बात ढ्ढह्रष्ट के चेयरमैन संजय सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि इन मेटल-एयर बैटरियों में इस्तेमाल होनेवाले आयरन, जिंक और एल्युमिनियम जैसे मेटल्स के ऑक्सिडाइजेशन से एनर्जी पैदा होगी। उन्होंने कहा कि कंपनी जो बैटरी बना रही है, उन्हें रिचार्ज नहीं किया जा सकेगा। बैटरियों में फिर से पावर लाने के लिए इनके प्लेट्स बदलने होंगे। ढ्ढह्रष्ट का दावा है कि इन बैटरियों का इस्तेमाल करने पर चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।
No comments