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गैंगस्टर को दुश्मन गैंग से खतरा?

- जॉर्डन हत्याकांड में शामिल अपराधी की न्यायिक हिरासत में होगी शिनाख्त परेड
- जेल में भी बरती जा रही है चौकसी
श्रीगंगानगर। मीरा मार्ग पर स्थित एक जिम में 22 मई 2018 को विनोद श्योराण उर्फ जॉर्डन की हत्या करने के आरोपी शुभम सिंह को केन्द्रीय कारागृह में न्यायिक हिरासत में जाने से पहले यह भय सता रहा था कि इसी जेल में दुश्मन गैंग के जगला व उसके साथी उस  पर हमला कर सकते हैं। शुभम सिंह ने जवाहरनगर पुलिस के समक्ष अपने भय का जिक्र किया था। ऐसे में केन्द्रीय कारागृह में भी दोनों गुटों का टकराव टालने के लिए विशेष चौकसी बरती जा रही है।
जानकारी के मुताबिक लोरेंस बिश्रोई की शोपू गैंग की जॉर्डन से दुश्मनी हो गई थी। शोपू गैंग के अंकित भादू, सम्पत नेहरा, शुभम सिंह व अन्य युवकों ने सुबह जिम में कसरत करते वक्त अंधाधुंध फायरिंग करके जॉर्डन की हत्या कर दी थी। गोलियों से छलनी जॉर्डन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। इस मामले में जवाहरनगर पुलिस ने अब तक 22 युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार को हत्याकांड में शामिल शुभम सिंह को बठिण्डा जेल  से प्रोडक्शन वारंट पर लिया था। यहां मुकदमे में गिरफ्तारी के बाद गैंगस्टर शुभम सिंह को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। यहां उसकी शिनाख्त परेड करवाई जायेगी।
पुलिस के अनुसार शुभम सिंह को इस बात की जानकारी थी कि उनकी दुश्मन गैंग के जगला व उसके साथी एक मामले में श्रीगंगानगर जेल में बंद हैं, जबकि जगले को यहां से चूरू जेल में भेज दिया गया था। जगले के साथी श्रीगंगानगर जेल में बंद हैं। पूछताछ के दौरान शुभम सिंह ने पुलिस को बताया कि उसे भय है कि जगला गैंग जेल में उस पर हमला कर सकती है।
जेल प्रशासन के अनुसार दोनों गुटों में टकराव टालने के लिए विशेष सावधानी बरती जा रही है। गैंगस्टर शुभम सिंह व जगला गैंग को अलग-अलग बैरकों में रखा गया है। बैरकों को खोलने का समय भी अलग-अलग है। एक बार जगला गैंग के बंदियों को खोला जाता है, उन्हें बैरकों में बंद करने के बाद शुभम सिंह की बैरक को खोला जाता है। जेल प्रशासन ने बताया कि दोनों गुटों में टकराव की आशंका के चलते अक्सर ऐसा किया जाता है।


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