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हिरण का शिकार करके आधा मांस खाया, शेष खेत में छिपाया

- ग्रामीणों ने किया बरामद
अनूपगढ़/घड़साना। अज्ञात लोगों ने हिरण का शिकार करके उसका मांस खाया और शेष मांस को खेत में छुपा दिया। ग्रामीणों ने खेत से मांस बरामद करते हुए अज्ञात शिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग  की है। शव को अनूपगढ़ के पशु चिकित्सालय में लाया गया। यहां पोस्टमार्टम के बाद मांस को दफना दिया गया। वन विभाग ने कई जनों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है।
वन्य जीव रक्षा संस्थान के अध्यक्ष प्रदीप बिश्रोई ने बताया कि एक सूचना पर अनूपगढ़ मार्ग पर गांव 12 जीडी के खेत में वह पहुंचे। खेत में एक पिंजरे में हिरण का मांस पड़ा था। हिरण का सिर, पांव व शरीर का अन्य हिस्सा मांस के रूप में था। आधा मांस गायब था। ऐसे में आशंका है कि अज्ञात लोगों ने हिरण का शिकार करके उसका मांस खाया और शेष खेत में छुपा दिया।
सूचना मिलने पर वन विभाग के रेंजर महेश कुमार मौके पर पहुंच गये। शव को अनूपगढ़ लाया गया। इस घटना की जानकारी मिलने पर वन्य जीव रक्षा संस्थान के तहसील अध्यक्ष रामस्वरूप धारणियां, महावीर पूनियां, हनुमान गोदारा, विजय पूनियां, सतपाल जाला, सतवीर ज्याणी, पवन कुमार, कमल डेलू, राजेश बिश्रोई सहित बड़ी संख्या में बिश्रोई समाज के लोग पशु चिकित्सालय में पहुंचे और हिरण शिकार का विरोध जताया।
रेंजर महेश ने बताया कि सहायक चिकित्सा प्रभारी किशन मेहरड़ा व डा. नरेन्द्र नागपाल ने शव का पोस्टमार्टम किया। मौके से मृत हिरण का सिर, दो टांगे व मांस बरामद हुआ था। वन विभाग ने कई लोगों के खिलाफ वन्य जीव की हत्या करने के आरोप में मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है।
जीव रक्षा दल के टंवर सिंह पुत्र भंवर सिंह निवासी 12 जीडी ने रेंजर को सौंपे ज्ञापन में आरोप लगाया है कि उसने शुक्रवार रात को करीब 9 बजे गांव में हरप्रीत उर्फ हैप्पी पुत्र अवतार सिंह, पवनदीप कौर पुत्री प्रताप सिंह, प्रताप सिंह, अवतार सिंह जटसिख को एक थैले में खेत में कुछ फैंकते हुए देखा था। जब वह मौके पर पहुंचा, तो प्लास्टिक के थैले में हिरण का मांस था।


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