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श्रीगंगानगर जिले में शराब ठेकेदारों की मनमानी पर अंकुश क्यों नहीं?

- सरकार ने पांच जिलों में रुकवाई एमआरपी से ज्यादा दरों पर शराब की बिक्री
श्रीगंगानगर। राज्य सरकार ने कल जयपुर, जोधपुर, अजमेर, उदयपुर, अलवर व अन्य स्थानों पर वरिष्ठ अधिकारियों के दल भेजकर शराब की ऐसी 173 दुकानों पर कार्रवाई की, जहां पर निर्धारित से ज्यादा दाम वसूले जा रहे थे। यह कार्रवाई किसी छोटे-मोटे स्तर पर नहीं, बल्कि शासन सचिव वित्त (राजस्व) डॉ. पृथ्वी के स्तर पर हुई, जिन्होंने 2 आईएएस अधिकारी, 3 आरएएस अधिकारी व लेखा सेवा एवं वाणिज्यिक कर विभाग के अधिकारियों के विभिन्न दल बनाकर शराब की दुकानों पर छापेमारी के लिए भेजे लेकिन बड़ा सवाल यह है कि श्रीगंगानगर जिले में शराब ठेकेदारों की मनमानी पर अंकुश क्यों नहीं लगाया जा रहा है?
श्रीगंगानगर में शराब ठेकेदार जिस प्रकार मनमानी करके लोगों को लूट रहे हैं, वैसा उदाहरण शायद प्रदेश मेंं दूसरी जगह पर नहीं मिले। श्रीगंगानगर शहर मेंं कोई दुकान ऐसी नहीं, जहां निर्धारित दरों पर अंग्रेजी शराब और बीयर की बिक्री की जाती हो। आबकारी विभाग के अधिकारियों ने इस तरफ से आंख-कान बंद कर रखे हैं। जब-जब आम जनता की तरफ से शिकायत की जाती है तो वह कार्रवाई के नाम पर औपचारिकता पूरी कर देते हैं।  हैरानी की बात है कि आबकारी अधिकारी ठेकेदारों को क्लीनचिट देते भी देर नहीं लगाते।
पिछले साल श्रीगंगानगर निवासी संदीप अहलुवालिया ने राजस्थान संपर्क पोर्टल पर अंग्रेजी शराब व बीयर ओवर रेट पर बेचे जाने की शिकायत की थी। राज्य सरकार ने जांच के आदेश दिए लेकिन हैरत है कि विभाग के एक अधिकारी ने कथित रूप से जांच करके यह लिख दिया कि शहर मेें कहीं भी प्रिंट रेट से ज्यादा रेट पर शराब या बीयर नहीं बेची जाती है।
आबकारी अधिकारी ने भले ही यह रिपोर्ट भेजकर पिछले साल ठेकेदारों को क्लीन चिट दे दी लेकिन वास्तविकता अपनी जगह बरकरार है। शराब की दुकानों पर ज्यादा रुपए वसूल कर लोगों को लूटा जा रहा है। आबकारी विभाग का रवैया पहले वाला ही है।
आबकारी विभाग ने इस साल जनवरी मेंं भी जांच के नाम पर नाटक किया। केवल एक दुकान पर अधिक रेट पर शराब की बिक्री होने का मामला बनाकर शेष ठेकेदारों को अभय दान दे दिया। वह अपनी मनमानी करने पर तुले हुए हैं।
इस टोल फ्री नंबर पर करें शिकायत
राज्य सरकार ने अधिक दरों पर शराब की बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए एक व्यवस्था की है। इसके तहत टोल फ्री नंबर पर शिकायत की जा सकती है।  वर्तमान में यदि किसी उपभोक्ता को ओवर प्राइस की शिकायत हो तो वह विभाग के टोल फ्री नम्बर 1800-180-6436 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। श्रीगंगानगर के लोगों को इस नंबर पर शिकायत करके आजमाना चाहिए कि सचमुच में कार्रवाई होगी या फिर श्रीगंगानगर के ठेकदारों की पहुंच बहुत ऊंची है। पर कार्यवाही की जाती है।

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