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पैंतीस करोड़ का घोटाला करने वालों पर आयकर विभाग की नजर

- पुलिस ने अभी तक जांच में नहीं किया शामिल
श्रीगंगानगर। शिक्षा विभाग में 35 करोड़ रुपये का घोटाला करने वालों पर आयकर विभाग की भी नजर है। हालांकि विभाग ने अभी इस प्रकरण में सीधे तौर पर किसी भी पक्ष के खिलाफ जांच शुरू नहीं की है और न ही उन्हें इस मामले की जांच में पुलिस ने शामिल किया है। अब आयकर विभाग के अधिकारी इस प्रकरण में जांच पर विचार कर रहे हंै।
जानकारों का भी मानना है कि आयकर विभाग अपने स्तर पर भी इस मामले में जांच कर सकता है। इसी कारण पीटीआई ओमप्रकाश सहित उन सभी लोगों पर आयकर विभाग भी नजर रखे हुए है। पुलिस की पूछताछ में पीटीआई ने जिन बैंक खातों में फर्जी बिलों का भुगतान ट्रेजरी से करवाया, उनमें से कुछ खातों में एक करोड़ रुपये से ज्यादा के लेन देन की जानकारी भी सामने आ रही है। ऐसे में आयकर विभाग ऐसे खातों की पड़ताल कर लाखों का लेन देन करने वालों से पूछताछ कर सकता है। जांच के दौरान जिन खातों में बड़ी रकम जमा हुई और खाता धारक उस राशि के बारे में स्पष्ट नहीं कर पाया तो अघोषित आय का मामला बनाया जा सकता है। फिलहाल आयकर विभाग की इंवेस्टिगेशन विंग इस मामले में पुलिस की जांच पर निगाह रखे हुए है। साथ ही इस जांच में शामिल करने के लिए पुलिस की सूचना का इन्तजार भी आयकर विभाग को है। आयकर विभाग का मानना है कि पुलिस विभाग यदि उन्हें भी जांच में शामिल करता है तो जांच शीघ्रता व आसानी से पूरी की जा सकेगी।
पीटीआई से लाखों रुपए लेने वाले सटोरियों का रिमांड लेगी पुलिस
श्रीगंगानगर। शिक्षा विभाग में डेपूटेशन पर नियुक्त पीटीआई ओमप्रकाश शर्मा से सट्टे में हारे गये लाखों रुपए वसूलने वाले दोनों सटोरियों को अदालत में पेश करके रिमांड पर लिया जायेगा। सटोरियों से बड़ा खुलासा होने की उम्मीद है। थाना प्रभारी दिगपाल सिंह ने बताया कि ओमप्रकाश शर्मा को गुरूवार को अदालत में पेश करके पांच दिन के और रिमांड पर लिया गया है। उसके खुलासे के बाद पुलिस ने पर्ची व क्रिकेट सट्टे का धंधा करने वाले 5 जी छोटी सहारणावाली निवासी कुलवंत सहारण व जवाहरनगर पुलिस थाना क्षेत्र की रामलाल कॉलोनी गली नम्बर 4 निवासी गिरधारीलाल पुत्र लिखमाराम कुम्हार को गिरफ्तार किया गया था। दोनों से विस्तृत पूछताछ करने के लिए अदालत में पेश करके रिमांड दरयाफ्त किया जायेगा। थाना प्रभारी ने बताया कि पीटीआई ने गबन की राशि में से सटोरिये कुलवंत सहारण के बैंक खाते में 25 लाख रुपए और गिरधारीलाल वर्मा के बैंक खाते में 66 लाख रुपए ट्रांसफर किए थे। मुख्य आरोपी ओमप्रकाश शर्मा से गबन की राशि को ठिकाने लगाने के लिए पूछताछ की जा रही है। ओमप्रकाश की सम्पत्ति की सूची बनाई जा रही है।
जांच के दायरे में बैंक खाताधारकों को भी शामिल किया गया है। जांच के बाद पूछताछ के लिए तलब किया जायेगा।


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