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संयुक्त निदेशक ने शुरू की 35 करोड़ घोटाले की जांच

- पुलिस ने टे्रेजरी, शिक्षा विभाग व बैंकों से रिकॉर्ड मांगा
श्रीगंगानगर। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में डेपुटेशन पर नियुक्त पीटीआई के 35 करोड़ रुपए का घपला करने के मामले की जांच के लिए विभाग की संयुक्त निदेशक देवलता यहां पहुंच चुकी हैं।
उन्होंने शुक्रवार दोपहर यहां पहुंचते ही घोटाले से संबंधित रिकॉर्ड अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी हंसराज ने बताया कि ज्वाइंट डायरेक्टर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए यहां आते ही जांच शुरू कर दी। उन्होंने सबसे पहले इतना बड़ा घोटाला होने की किसी को खबर नहीं होने के बारे में भी कार्मिकों से सवाल जवाब किए। उन्होंनेे विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों से भी पूरे प्रकरण व पीटीआई के प्रतिनियुक्ति आदेशों की जानकारी भी ली। अधिकारियों से सवाल जवाब में उन्होंने अहसास करवा दिया कि इस मामले में विभाग के और कार्मिक भी शामिल हो सकते हैं।
इधर इस मामले में जांच के लिए पुरानी आबादी पुलिस ने शिक्षा विभाग, ट्रेजरी व बैंकों से रिकॉर्ड तलब किया है।
जांच अधिकारी सीआई दिगपाल सिंह ने बताया कि गबन के आरोपी पीटीआई ओमप्रकाश शर्मा निवासी सद्भावनानगर के खिलाफ दर्ज मुकदमे की जांच शुरू कर दी गई है। ओमप्रकाश ने जिन खातों में रुपया ट्रांसफर करवाया, उन खातों की बैंकों से डिटेल मांगी है। ट्रेजरी ने जिन-जिन लोगों के नाम पैसा पास किया, उसकी डिटेल मांगी है।
ओमप्रकाश ने फर्जी दस्तावेजों में जिन कर्मचारियों को रिटायर बताया, उस बारे में शिक्षा विभाग से जानकारी मांगी है। ओमप्रकाश शर्मा अभी फरार है। वह लग्जरी डस्टर गाड़ी रखता है। गबन की राशि को ओमप्रकाश ने कहां-कहां खपाया, उस बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
गौरतलब है कि मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी हंसराज पुत्र बद्रीप्रसाद निवासी हनुमानगढ़ की रिपोर्ट पर पीटीआई ओमप्रकाश शर्मा पुत्र सहदेव शर्मा निवासी सद्भावनानगर के खिलाफ विभाग में 35 करोड़ रुपए का गबन करने के आरोप में धारा 420, 409, 120 बी में मुकदमा दर्ज करवाया था। ओमप्रकाश पुरानी आबादी के राजकीय स्कूल नम्बर सात में पीटीआई नियुक्त है, लेकिन वह शिक्षा विभाग कार्यालय में डेपुटेशन पर लेखाकार का  काम किया करता था। चार वर्षों में 72 कर्मचारियों के रिटारमेंट होने के फर्जी दस्तावेज तैयार करके बिल बनाये। इसकी आड़ में पीटीआई ने 35 करोड़ का भुगतान प्राप्त कर लिया।

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