Breaking News

बीरबल की खिचड़ी बना सुखाडिय़ा मार्ग का नाला

- गुणवता पर भी उठ रहे सवाल, बरसात के बाद बिगड़ेंगे हालात
श्रीगंगानगर। सुखाडिय़ा मार्ग किनारे जल निकासी के लिए नाला निर्माण कार्य की गति काफी धीमी है। करीब एक साल से यह काम पूरा होने को नहीं आ रहा। कई बार जिला कलक्टर भी नगर परिषद के अधिकारियों को नाला निर्माण का कार्य समय रहते पूरा करवाने के लिए कह चुके हैं ताकि बरसात आने पर इस मार्ग के दुकानदारों व आमजन को परेशानी नहीं हो। परन्तु परिषद ठेकेदार की मनमानी के चलते उक्त काम मंथर गति से चल रहा है। ऐसे में मानसून की बरसात के बाद हालात बिगडऩे की चिंता इस मार्ग के व्यवसायियों ने जताई है।
करीब डेढ करोड़ रूपये की लागत से बनाये जा रहे इस मुख्य नाले की गुणवत्ता पर भी लोग सवाल उठा रहे हैं। नगर परिषद के अधिकारियों को दलदल पर नाला निर्माण में पिल्ली ईन्टों के लगाने और ऊपर से बजरी-रेत का लेप करने की शिकायत पूर्व में मिली थी। तब फटकार के बाद ठेकेदार ने काम में सुधार किया था। अब फिर से घटिया निर्माण किया जा रहा है। इसे छुपाने के लिए ठेकेदार ने खुदाई के बाद वहां से मलबा भी नहीं उठवाया है। मलबे की ओट में घटिया नाला निर्माण चल रहा है।
आसपास के दुकानदारों का कहना है कि नाला निर्माण समय पर नहीं होने का खामियाजा उन्हें ही भुगतना पड़ेगा। बरसात के बाद उनकी दुकानों के आगे कीचड़ व दलदल से परेशानी होगी। साथ ही, बरसात के पानी के कारण भवनों को भी नुकसान पहुंचेगा। नगर परिषद के अभियंता ने बताया कि ठेकेदार को कई बार काम जल्दी पूरा करने के लिए कहा गया है, लेकिन वह इसकी परवाह नहीं कर रहा। हमारा प्रयास रहेगा कि एक सप्ताह में नाला निर्माण का कार्य पूरा करवा लिया जाए।


No comments