शराब ठेका पर महिलाओं का धरना, मतदान के बहिष्कार की चेतावनी
- ठेकेदार के पास है स्टे
श्रीविजयनगर। गांव बिलौचिया में शराब ठेका हटाने की मांग को लेकर महिलाओं ने ठेका के सामने धरना शुरू कर दिया। पुलिस ने मौके पर जाकर समझाइश की, लेकिन महिलाएं अपनी मांग पर अड़ी रही। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहाकि जब तक ठेका नहीं हटाया जायेगा, वह धरना समाप्त नहीं करेंगी। साथ ही मतदान का बहिष्कार करेंगी।
मौके पर पहुंचे हवलदार रोहताश कुमार ने बताया कि नये वित्तीय वर्ष में कम्पोजिट शराब ठेका गांव के बाहर खोला गया है। पूर्व में ग्रामीणों द्वारा विरोध करने पर आबकारी विभाग ने ठेकेदार को नोटिस देकर 15 दिन में नई लोकेशन पर शराब ठेका खोलने के निर्देश दिए।
इस नोटिस के बाद ठेकेदार हाइकोर्ट की शरण में चला गया और वहां से स्टे प्राप्त कर लिया। इधर महिलाओं ने शराब ठेका हटाने की मांग को लेकर ठेके बाहर धरना शुरू कर दिया। हवलदार के अनुसार पुलिस ने महिलाओं व ग्रामीणों से समझाइश के बाद आबकारी विभाग को सूचना कर दी। इस संबंध में आगे की कार्रवाई आबकारी विभाग करने में सक्षम है।
यह मामला अब आबकारी व पुलिस की गलफांस बन गया है। महिलाएं धरना उठाने को तैयार नहीं है और आबकारी विभाग ठेकेदार के पास स्टे होने पर उसे हटवा नहीं सकती। गौरतलब है कि महिलाओं का धरना आज दूसरे दिन भी जारी रहा। ऐहतियात के तौर पर पुलिस कर्मी वहां लगाये गये हैं।
श्रीविजयनगर। गांव बिलौचिया में शराब ठेका हटाने की मांग को लेकर महिलाओं ने ठेका के सामने धरना शुरू कर दिया। पुलिस ने मौके पर जाकर समझाइश की, लेकिन महिलाएं अपनी मांग पर अड़ी रही। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहाकि जब तक ठेका नहीं हटाया जायेगा, वह धरना समाप्त नहीं करेंगी। साथ ही मतदान का बहिष्कार करेंगी।
मौके पर पहुंचे हवलदार रोहताश कुमार ने बताया कि नये वित्तीय वर्ष में कम्पोजिट शराब ठेका गांव के बाहर खोला गया है। पूर्व में ग्रामीणों द्वारा विरोध करने पर आबकारी विभाग ने ठेकेदार को नोटिस देकर 15 दिन में नई लोकेशन पर शराब ठेका खोलने के निर्देश दिए।
इस नोटिस के बाद ठेकेदार हाइकोर्ट की शरण में चला गया और वहां से स्टे प्राप्त कर लिया। इधर महिलाओं ने शराब ठेका हटाने की मांग को लेकर ठेके बाहर धरना शुरू कर दिया। हवलदार के अनुसार पुलिस ने महिलाओं व ग्रामीणों से समझाइश के बाद आबकारी विभाग को सूचना कर दी। इस संबंध में आगे की कार्रवाई आबकारी विभाग करने में सक्षम है।
यह मामला अब आबकारी व पुलिस की गलफांस बन गया है। महिलाएं धरना उठाने को तैयार नहीं है और आबकारी विभाग ठेकेदार के पास स्टे होने पर उसे हटवा नहीं सकती। गौरतलब है कि महिलाओं का धरना आज दूसरे दिन भी जारी रहा। ऐहतियात के तौर पर पुलिस कर्मी वहां लगाये गये हैं।
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