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शौचालयों की सफाई व्यवस्था पर जताया असंतोष

- कायाकल्प के तहत प्रभारी अधिकारी ने किया चिकित्सालय का निरीक्षण
श्रीगंगानगर। स्वास्थ्य विभाग की कायाकल्प योजना के तहत जिले के प्रभारी अधिकारी ने शनिवार को जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया। इस दौरान शौचालयों में गंदगी मिलने पर अधिकारी ने सफाई पर असंतोष जताते हुए सुधार के लिए कहा।
सुबह चिकित्सालय पहुंचने के बाद स्वास्थ्य विभाग के जिला प्रभारी डॉ. रोमेल सिंह ने पीएमओ डॉ. केशवसिंह कामरा के साथ मौजूदा समस्याओं पर चर्चा की। इसके बाद डीडीसी पहुंचकर अल्फाबेटिकली साइन लगाने के निर्देश दिए। साथ ही वर्तमान में संचालित 6 डीडीसी को कम बताते हुए 3 और डीडीसी शुरु करने के लिए संबंधित प्रस्ताव तैयार कर भिजवाने के निर्देश दिए। यहां से कॉटेज वार्ड से होते हुए एमसीएच पहुंचकर डॉ. सिंह ने एयर कूलर पर रंग करवाने और टीकाकरण कक्ष में स्टाफ से रिकॉर्डस आदि की जानकारी ली। कमी मिलने पर चेताया कि पुनरावृति होने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। गायनिक ओपीडी में प्रसूताओं की जानकारी लेकर उन्होंने एनीमिया रोगियों की लाइनिंग लिस्ट बनाने के लिए निर्देशित किया। लेबर रूम की व्यवस्थाओं पर संतोष जताया जबकि एफएनसीयू में रखी एक्स-रे मशीन को अन्यत्र स्थानांतरित करने के निर्देश दिए। डायलिसिस की व्यवस्थाओं को सराहा। एमसीसी वार्ड में भर्ती बच्चों का रिकॉर्ड देखा और स्टाफ को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सार्वजनिक शौचालयों में गंदगी मिलने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने अधिकारियों को इसमें सुधार के लिए निर्देशित किया। डॉ. सिंह के आईसीयू के नवीनीकरण का जिक्र करने पर पीएमओ डॉ. कामरा ने बताया कि इसे गोद लेने संस्था ने सार-संभाल की जिम्मेदारी ली है। ब्लड बैंक निरीक्षण के दौरान उन्होंने संतोष व्यक्त किया जबकि सफाई के मुद्दे पर उन्होंने और प्रयास करने की आवश्यकता जताई।
निरीक्षण के समय उनके साथ पीएमओ, डीसी डॉ. प्रेम बजाज, डॉ. राजाराम भादू, डॉ. दीपक मोंगा, हैल्थ मैनेजर सविन्दर सिंह, नर्र्सिंग अधीक्षक श्रीमती सरोज वाल्मीकि, रविन्द्र शर्मा, रामकुमार सिहाग, एमएम मित्तल सहित अन्य मौजूद रहे। बाद में पीएमओ कक्ष में चर्चा के दौरान उन्हें अवगत करवाया गया कि जीएनएम टे्रनिंग सेंटर के प्रशिक्षणार्थियों की ड्यूटियां अर्बन डिस्पेंसरी में लगाई जाती हैं। इस पर डॉ. सिंह ने पीएमओ से कहा कि इन प्रशिक्षणार्थियों की ड्यूटियां चिकित्सालय की ओपीडी और आईपीडी में लगाई जाएं।


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