पीले-हरे रंग के पानी की सप्लाई
- शहर भर में दूषित जल की समस्या
श्रीगंगानगर। शहर के अधिकांश इलाकों में इन दिनों पीले व गहरे हरे रंग के दूषित जल की सप्लाई मिल रही है। जलदाय विभाग की और से ट्रीट कर शुद्ध पेयजल सप्लाई के दावों के बीच दूषित जल आमजन के लिए परेशानी बना हुआ है। बदबूदार पानी पीने के लायक नहीं है। फिर भी लोग फिटकरी आदि घोलकर पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं।
जलदाय विभाग की और से शहरी क्षेत्र के कुछ इलाकों में सुबह तो कुछ इलाकों में शाम के समय पेयजल की सप्लाई दी जा रही है। जवाहरनगर क्षेत्र में नात्थावाला स्थित वाटर वक्र्स से व ब्लॉक एरिया सहित बाकी शहर में पुराना जलदाय विभाग की डिग्गियों से पानी की सप्लाई की जा रही है।
सेतिया कालोनी, प्रेमनगर, वार्ड नं. 3 पुरानी आबादी, वार्ड नं. 4, बस स्टैण्ड के पीछे मुकर्जी नगर, आदर्श नगर, भगत सिंह कॉलोनी, ब्लॉक एरिया, आदि क्षेत्रों में नल से पीले और हरे रंग का पानी मिल रहा है। गत दिवस जिला कलक्टर ने भी दूषित पेयजल सप्लाई के लिए जलदाय विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई थी। इस फटकार के बावजूद विभाग के अधिकारी दूषित जल की शिकायतों को गम्भीरता से नहीं ले रहे।
दूषित पेयजल सप्लाई रोकने की मांग को लेकर पार्षदों ने भी आवाज उठाई है। बुधवार को पार्षद हरविन्द्र पाण्डे व राजा चुघ ने जलदाय विभाग के अधिशाषी अभियन्ता को ज्ञापन देते हुए दूषित पेयजल के लिए विभाग को जिम्मेदार बताया है।
श्रीगंगानगर। शहर के अधिकांश इलाकों में इन दिनों पीले व गहरे हरे रंग के दूषित जल की सप्लाई मिल रही है। जलदाय विभाग की और से ट्रीट कर शुद्ध पेयजल सप्लाई के दावों के बीच दूषित जल आमजन के लिए परेशानी बना हुआ है। बदबूदार पानी पीने के लायक नहीं है। फिर भी लोग फिटकरी आदि घोलकर पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं।
जलदाय विभाग की और से शहरी क्षेत्र के कुछ इलाकों में सुबह तो कुछ इलाकों में शाम के समय पेयजल की सप्लाई दी जा रही है। जवाहरनगर क्षेत्र में नात्थावाला स्थित वाटर वक्र्स से व ब्लॉक एरिया सहित बाकी शहर में पुराना जलदाय विभाग की डिग्गियों से पानी की सप्लाई की जा रही है।
सेतिया कालोनी, प्रेमनगर, वार्ड नं. 3 पुरानी आबादी, वार्ड नं. 4, बस स्टैण्ड के पीछे मुकर्जी नगर, आदर्श नगर, भगत सिंह कॉलोनी, ब्लॉक एरिया, आदि क्षेत्रों में नल से पीले और हरे रंग का पानी मिल रहा है। गत दिवस जिला कलक्टर ने भी दूषित पेयजल सप्लाई के लिए जलदाय विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई थी। इस फटकार के बावजूद विभाग के अधिकारी दूषित जल की शिकायतों को गम्भीरता से नहीं ले रहे।
दूषित पेयजल सप्लाई रोकने की मांग को लेकर पार्षदों ने भी आवाज उठाई है। बुधवार को पार्षद हरविन्द्र पाण्डे व राजा चुघ ने जलदाय विभाग के अधिशाषी अभियन्ता को ज्ञापन देते हुए दूषित पेयजल के लिए विभाग को जिम्मेदार बताया है।
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