एसीबी ने मांगी ग्राम विकास अधिकारी की तथ्यात्मक रिपोर्ट
- घड़साना पंचायत समिति की कई पंचायतों में रहते सरकारी राशि का दुरुपयोग
श्रीगंगानगर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के जयपुर की ओर से जिला प्रशासन से ग्राम विकास अधिकारी देवीलाल मरोड़ के खिलाफ तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। इस मामले में एसीबी ने शीघ्र जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है।
शिकायतकत्र्ता रामलाल ने घड़साना पंचायत समिति के ग्राम विकास अधिकारी देवीलाल मरोड़ के खिलाफ एसीबी जयपुर में शिकायत की थी कि उक्त ग्राम विकास अधिकारी कई ग्राम पंचायतों में पद स्थापित रहा है।
शिकायत कत्र्ता ने आरोप लगााय है कि अब तक दर्जनों पंचायतों में रहते हुए घटिया निर्माण कार्य कर राजकोष को नुकसान पहुंचाया गया है। साथ ही सरकारी राशि का दुरुपयोग किया। ग्राम पंचायत 9 पीएसडी के निर्माण कार्य की एक जांच कमेटी पंचायत समिति घड़साना स्तर व जिला परिषद श्रीगंगानगर से गठित की गई थी, जिसके तहत लगभग 29 लाख वसूली व गबन पाया गया।
जिला परिषद श्रीगंगानगर की ओर से वसूली मय ब्याज राशि का नोटिस भी जारी किया गया है। जबकि यह राशि आज तक जमा नहीं करवाई। शिकायतकत्र्ता ने ग्राम विकास अधिकारी पर अनेक गम्भीर आरोप लगाये गये हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए एसीबी जयपुर ने पूरी रिपोर्ट मांगी है ताकि आगामी कार्यवाही की जा सके।
श्रीगंगानगर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के जयपुर की ओर से जिला प्रशासन से ग्राम विकास अधिकारी देवीलाल मरोड़ के खिलाफ तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। इस मामले में एसीबी ने शीघ्र जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है।
शिकायतकत्र्ता रामलाल ने घड़साना पंचायत समिति के ग्राम विकास अधिकारी देवीलाल मरोड़ के खिलाफ एसीबी जयपुर में शिकायत की थी कि उक्त ग्राम विकास अधिकारी कई ग्राम पंचायतों में पद स्थापित रहा है।
शिकायत कत्र्ता ने आरोप लगााय है कि अब तक दर्जनों पंचायतों में रहते हुए घटिया निर्माण कार्य कर राजकोष को नुकसान पहुंचाया गया है। साथ ही सरकारी राशि का दुरुपयोग किया। ग्राम पंचायत 9 पीएसडी के निर्माण कार्य की एक जांच कमेटी पंचायत समिति घड़साना स्तर व जिला परिषद श्रीगंगानगर से गठित की गई थी, जिसके तहत लगभग 29 लाख वसूली व गबन पाया गया।
जिला परिषद श्रीगंगानगर की ओर से वसूली मय ब्याज राशि का नोटिस भी जारी किया गया है। जबकि यह राशि आज तक जमा नहीं करवाई। शिकायतकत्र्ता ने ग्राम विकास अधिकारी पर अनेक गम्भीर आरोप लगाये गये हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए एसीबी जयपुर ने पूरी रिपोर्ट मांगी है ताकि आगामी कार्यवाही की जा सके।
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