शुगर मिल में आई तकनीकी खराबी, किसानों का हंगामा
- 200 से अधिक ट्रैक्टर ट्रालियों से लगा जाम
- रात्रि ढाई बजे के बाद नहीं चली मिल
श्रीगंगानगर। शुगर मिल में आई तकनीकी खराबी की वजह से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। बीती रात्रि ढाई बजे के बाद मिल को चलाया गया तो मिल हाउस में खराबी आ गई, जो सुबह तक ठीक नहीं हो सकी। शगुर मिल गेट के बाहर 200 से अधिक गन्ने से भरी ट्रैक्टर ट्रालियां खड़ी हैं।
इस कारण वहां जाम लग गया है। हालांकि बाद में किसानों ने ट्रैक्टर ट्रालियां हटाई। इसलिए आवागमन शुरू हो सका। गुप्ता पेट्रोलपम्प से लेकर मिल तक सड़क के दोनों ओर ट्रैक्टर ट्रालियां खड़ी हैं। किसानों व मिल प्रबंधन में कहासुनी भी हुई। किसानों का आरोप है कि शुगर मिल महाप्रबंधक उन्हें मिल के अंदर नहीं आने दे रहे। किसान पूछना चाहते हैं कि हर बाद मिल क्यों बंद हो जाती है? इस सम्बंध में मिल प्रबंधन कोई जवाब नहीं दे रहा। किसानों को मिल में न जाने देने को लेकर काफी देर तक हंगामा होता रहा। किसानों ने राज्य सरकार व मिल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसान गुरपिन्द्र सिंह, हरकमलसिंह, नवदीप सिंह, जशनप्रीत सिंह, गुरजिन्द्र सिंह, बलराज सिंह, त्रिलोक सिंह सहित काफी संख्या में किसान उपस्थित थे। किसानों का कहना था कि अभी काफी मात्रा में गन्ना पड़ा है और मिल पहले ही हांप चुकी है। ऊपर से अधिकारियों का रवैया भी सही नहीं है।
- रात्रि ढाई बजे के बाद नहीं चली मिल
श्रीगंगानगर। शुगर मिल में आई तकनीकी खराबी की वजह से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। बीती रात्रि ढाई बजे के बाद मिल को चलाया गया तो मिल हाउस में खराबी आ गई, जो सुबह तक ठीक नहीं हो सकी। शगुर मिल गेट के बाहर 200 से अधिक गन्ने से भरी ट्रैक्टर ट्रालियां खड़ी हैं।
इस कारण वहां जाम लग गया है। हालांकि बाद में किसानों ने ट्रैक्टर ट्रालियां हटाई। इसलिए आवागमन शुरू हो सका। गुप्ता पेट्रोलपम्प से लेकर मिल तक सड़क के दोनों ओर ट्रैक्टर ट्रालियां खड़ी हैं। किसानों व मिल प्रबंधन में कहासुनी भी हुई। किसानों का आरोप है कि शुगर मिल महाप्रबंधक उन्हें मिल के अंदर नहीं आने दे रहे। किसान पूछना चाहते हैं कि हर बाद मिल क्यों बंद हो जाती है? इस सम्बंध में मिल प्रबंधन कोई जवाब नहीं दे रहा। किसानों को मिल में न जाने देने को लेकर काफी देर तक हंगामा होता रहा। किसानों ने राज्य सरकार व मिल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसान गुरपिन्द्र सिंह, हरकमलसिंह, नवदीप सिंह, जशनप्रीत सिंह, गुरजिन्द्र सिंह, बलराज सिंह, त्रिलोक सिंह सहित काफी संख्या में किसान उपस्थित थे। किसानों का कहना था कि अभी काफी मात्रा में गन्ना पड़ा है और मिल पहले ही हांप चुकी है। ऊपर से अधिकारियों का रवैया भी सही नहीं है।
No comments