जिगरी यार थे गौरव व इन्द्रजीत
- एक ही दिन जन्म और मौत
नेतेवाला। गांव धालेवाला के जिन दो युवकों की पंजाब में सड़क हादसे में मौत हुई, वह दोनों जिगरी यार थे। दोनों का एक ही दिन जन्म हुआ और एक ही दिन दोनों की मौत हुई। दोनों पैदा जरूर अलग-अलग मां के हुए, लेकिन रहते भाईयों से बढ़ कर थे। इस घटना से पूरा गांव शोक स्तब्ध है।
जानकारी के अनुसार 25 वर्षीय गौरव कतियाल पुत्र गुरदान कतियाल व उसका दोस्त इन्द्रजीत वधोन पंजाब में बाबा फरीदकोट के दर्शन करके कार में सवार होकर अपने गांव धालेवाला लौट रहे थे। पंजाब में सड़क हादसे में दोनों की एक साथ मौत हो गई थी। हादसे में कुलदीप सिंह घायल हो गया था। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि गौरव व इन्द्रजीत के घरों की एक ही दीवार है। दोनों का जन्म 30 सितम्बर 1993 को हुआ। इन्द्रजीत का जन्म दिन में हुआ, जबकि गौरव ने शाम को जन्म लिया। बचपन से दोनों एक साथ ही पले-बड़े हुए। इन्द्रजीत बीसीए व गौरव बीए तक शिक्षित था। संयोग से दोनों का एक साथ जन्म, एक साथ मौत और एक साथ अंतिम संस्कार हुआ। इस घटना ने परिजनों को झकझोर दिया है। पूरे गांव में दोनों जिगरी यारों की मौत से शोक पसरा हुआ है। दोनों अविवाहित थे।
ग्रामीणों के अनुसार दोनों को हमेशा एक साथ स्कूल जाते, खेलते, अनेक कार्यक्रमों में एक साथ शिरकत करते देख जाते थे। गांव से कहीं बाहर जाना होता था, तब भी दोनों साथ रहते थे। गौरव अपने तीन भाईयों में सबसे छोटा और इन्द्रजीत दो बहनों, दो भाईयों में सबसे छोटा था।
नेतेवाला। गांव धालेवाला के जिन दो युवकों की पंजाब में सड़क हादसे में मौत हुई, वह दोनों जिगरी यार थे। दोनों का एक ही दिन जन्म हुआ और एक ही दिन दोनों की मौत हुई। दोनों पैदा जरूर अलग-अलग मां के हुए, लेकिन रहते भाईयों से बढ़ कर थे। इस घटना से पूरा गांव शोक स्तब्ध है।
जानकारी के अनुसार 25 वर्षीय गौरव कतियाल पुत्र गुरदान कतियाल व उसका दोस्त इन्द्रजीत वधोन पंजाब में बाबा फरीदकोट के दर्शन करके कार में सवार होकर अपने गांव धालेवाला लौट रहे थे। पंजाब में सड़क हादसे में दोनों की एक साथ मौत हो गई थी। हादसे में कुलदीप सिंह घायल हो गया था। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि गौरव व इन्द्रजीत के घरों की एक ही दीवार है। दोनों का जन्म 30 सितम्बर 1993 को हुआ। इन्द्रजीत का जन्म दिन में हुआ, जबकि गौरव ने शाम को जन्म लिया। बचपन से दोनों एक साथ ही पले-बड़े हुए। इन्द्रजीत बीसीए व गौरव बीए तक शिक्षित था। संयोग से दोनों का एक साथ जन्म, एक साथ मौत और एक साथ अंतिम संस्कार हुआ। इस घटना ने परिजनों को झकझोर दिया है। पूरे गांव में दोनों जिगरी यारों की मौत से शोक पसरा हुआ है। दोनों अविवाहित थे।
ग्रामीणों के अनुसार दोनों को हमेशा एक साथ स्कूल जाते, खेलते, अनेक कार्यक्रमों में एक साथ शिरकत करते देख जाते थे। गांव से कहीं बाहर जाना होता था, तब भी दोनों साथ रहते थे। गौरव अपने तीन भाईयों में सबसे छोटा और इन्द्रजीत दो बहनों, दो भाईयों में सबसे छोटा था।
No comments