ए माइनर का निरीक्षण अतिक्रमणकारियों पर कसेगी नकेल
- पानी चोरों पर कार्यवाही की तैयारी
श्रीगंगानगर। शहर के बीचोंबीच बहने वाली ए माइनर पर फिर से अतिक्रमण होने शुरू हो गए हैं। साथ ही कई जगहों से इस माइनर की छत को तोड़ दिया गया है, जहां फिर से इसमें गंदगी फेंकी जाने लगी है। आज जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता प्रदीप रूस्तगी ने अपने कार्मिकों के साथ इस माइनर का निरीक्षण किया और जहां भी अस्थाई अतिक्रमण दिखा, उसे तुरंत हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस मामले में एसडीएम सौरभ स्वामी से भी बातचीत की। उन्हें अवगत करवाया कि एनजीटी में इस मामले में नगरपरिषद को जवाब पेश करना है। साथ ही, कई जगह पानी चोरी करने वाले लोगों ने इस नहर की छत को तोड़ दिया है, जहां से वे पानी चोरी करते हैं।
इसके अलावा एक-दो जगह अस्थाई अतिक्रमणकारी बैठे हैं, जिन्हें हटने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि नहर पूरी तरह से ढकी हुई है और जहां नहर को तोड़ा गया है, वहां मरम्मत करवाई जाएगी। एसडीएम ने सिंचाई अधिकारियों को निर्देश दिए कि पूरी नहर पर कहीं भी अतिक्रमण न दिखें। साथ ही, कोर्ट के आदेश की पालना होनी चाहिए। 30 फीट की सीमा में एक भी अतिक्रमण चाहे वह स्थाई है या अस्थाई नहीं रहना चाहिए। इसके अलावा टैंकर चालक, जो पानी इस माइनर से चोरी करते हैं, उनके खिलाफ भी एक्शन लिया जाए। जहां कहीं भी नहर से पानी चोरी करता कोई मिले तो उस पर मुकदमा दर्ज करवाया जाए। एसडीएम ने सिंचाई अधिकारियों को कहा कि वे आकस्मिक निरीक्षण भी करते रहें ताकि पानी चोरी की कोई गुंजाइश न रहे।
श्रीगंगानगर। शहर के बीचोंबीच बहने वाली ए माइनर पर फिर से अतिक्रमण होने शुरू हो गए हैं। साथ ही कई जगहों से इस माइनर की छत को तोड़ दिया गया है, जहां फिर से इसमें गंदगी फेंकी जाने लगी है। आज जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता प्रदीप रूस्तगी ने अपने कार्मिकों के साथ इस माइनर का निरीक्षण किया और जहां भी अस्थाई अतिक्रमण दिखा, उसे तुरंत हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस मामले में एसडीएम सौरभ स्वामी से भी बातचीत की। उन्हें अवगत करवाया कि एनजीटी में इस मामले में नगरपरिषद को जवाब पेश करना है। साथ ही, कई जगह पानी चोरी करने वाले लोगों ने इस नहर की छत को तोड़ दिया है, जहां से वे पानी चोरी करते हैं।
इसके अलावा एक-दो जगह अस्थाई अतिक्रमणकारी बैठे हैं, जिन्हें हटने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि नहर पूरी तरह से ढकी हुई है और जहां नहर को तोड़ा गया है, वहां मरम्मत करवाई जाएगी। एसडीएम ने सिंचाई अधिकारियों को निर्देश दिए कि पूरी नहर पर कहीं भी अतिक्रमण न दिखें। साथ ही, कोर्ट के आदेश की पालना होनी चाहिए। 30 फीट की सीमा में एक भी अतिक्रमण चाहे वह स्थाई है या अस्थाई नहीं रहना चाहिए। इसके अलावा टैंकर चालक, जो पानी इस माइनर से चोरी करते हैं, उनके खिलाफ भी एक्शन लिया जाए। जहां कहीं भी नहर से पानी चोरी करता कोई मिले तो उस पर मुकदमा दर्ज करवाया जाए। एसडीएम ने सिंचाई अधिकारियों को कहा कि वे आकस्मिक निरीक्षण भी करते रहें ताकि पानी चोरी की कोई गुंजाइश न रहे।
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