Breaking News

पूरी फिल्मी है अंकित भादू के एनकाउंटर की कहानी

- पढि़ए जीरकपुर में गैंगस्टर अंकित भादू के मारे जाने का पूरा घटनाक्रम  ु - 35 मिनट तक फायरिंग होती रही, राहगीर आते-जाते रहे, अंतत: गैंगस्टर खत्म
श्रीगंगानगर। पंजाब के जीरकपुर में एक एनकाउंटर में मोस्ट वांटेड एक लाख रुपये के इनामी गैंगस्टर अंकित भादू को स्पेशल पुलिस टीम ने फिल्मी अंदाज में मार गिराया। पूरे एनकाउंटर की कहानी ही फिल्मी है। बंधक संकट से लेकर सबकुछ पुलिस के सामने था। लेकिन पुलिस ने इसे कैसे अंजाम दिया इसकी कहानी भी दिलचस्प है।
पंजाब-हरियाणा और राजस्थान में लारेंस बिश्नोई गिरोह के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर अंकित भादू को आर्गेनाइज्ड क्राइम कंट्रोल (ओसीसी) यूनिट की स्पेशल टीम ने फिल्मी स्टाइल में हुए एनकाउंटर में मार गिराया। बदमाशों और पुलिस की मुठभेड़ जीरकपुर के पीरमुच्छल्ला इलाके में महालक्ष्मी अपार्टमेंट में हुई।
गुरुवार की शाम 6 बजे पंजाब के जीरकपुर के पीरमुछल्ला का लक्ष्मी अपार्टमेंट। पुलिस और गैंगस्टरों के बीच जबरदस्त फायरिंग के बीच फंसे सैकड़ों लोग। तभी एक छह साल की बच्ची चीखने लगी और पुलिस के रोंगटे खड़े हो गए। क्योंकि गैंगस्टर अंकित भादू ने बच्ची को गन प्वाइंट पर ले रखा था। पुलिस ने किसी तरह दूसरी बिल्डिंग ग्लैक्सी अपार्टमेंट से उसके पैरों में गोली मारी और वह ढेर हो गया। लेकिन इस पैंतीस मिनट के पुलिस के ऑपरेशन में एक मां विनीता अपनी छह साल की बच्ची अक्षिता के लिए कैसे तड़पती रही, उसका दिल जानता है।
वहीं इस वारदात से पूरा एरिया दहशत में था। पुलिस ने इस ऑपरेशन के दौरान न तो उस रास्ते को ब्लॉक किया और न ही किसी को रोका। इस दौरान फायरिंग होती रही और राहगीर आते जाते रहे। करीब 35 मिनट के इस ऑपरेशन में पुलिस करीब 25 से ज्यादा बार पुलिस और गैंगस्टरों के बीच फायरिंग हुई।
लक्ष्मी अपार्टमेंट के अपार्टमेंट में गैंगस्टर अंकित भादू, जर्मनजीत उर्फ जर्मन व गुरमिंदर सिंह उर्फ गिंदा काना करीब साढ़े तीन माह से इस अपार्टमेंट में रह रहे थे, लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। यहां सैकड़ों लोगों की जिंदगी खतरे में थी। पीरमुछल्ला में इतने अपार्टमेंट बने हैं, लेकिन पुलिस वेरीफिकेशन किन किन लोगों का है। क्या ये आंकड़ा पुलिस के पास नहीं था। जिस गैंगस्टर पर राजस्थान पुलिस ने एक लाख का इनाम रखा, वह जीरकपुर के पीरमुछल्ला में बैठा था। इसकी भनक तीन माह तक पुलिस को नहीं लगी।
पुलिस और गैंगस्टरों के बीच फायरिंग चलती रही, लेकिन उस रास्ते को जब तक ऑपरेशन चलता रहा ब्लॉक नहीं किया। नतीजा उस रास्ते से गोली की आवाज सुन कोचिंग से लौट रहे बच्चे डर गए। एक लड़की जोर से चीखी तो पुलिस वालों ने उसे चुप कराया। ऑप्रेशन के बाद ग्लैक्सी अपार्टमेंट टू में रहने वाले लोग इतने डरे हुए थे, सबने अपने आपको अपने अपने फ्लैटों में नजर बंद कर रखा था, कई फ्लैटों की लाइटें भी बंद पड़ी थी। लोगों में इतना खौफ था कि ऑपरेशन समाप्त होने के एक घंटे बाद भी लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकले।
मुठभेड़ में लारेंस बिश्नोई गिरोह के दो बदमाशों गुरमिंदर सिंह उर्फ गिंदा काणा और जर्मन सिंह उर्फ जर्मन निवासी अमृतसर को पुलिस ने दबोच लिया जबकि अंकित भादू गोली लगने से बुरी तरह घायल हो गया, जिसे पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया, जहां बाद में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एनकाउंटर में अपार्टमेंट में रहने वाली छह वर्षीय एक बच्ची और एक एएसआई भी गोली लगने से घायल हुए हैं।


No comments