Breaking News

करोलबाग के होटल में लगी भीषण आग

- लोग खिड़की से कूदे, 17 की मौत, मृतकों को 5 लाख मुआवजे का ऐलान
नई दिल्ली। दिल्ली के करोलबाग स्थित होटल अर्पित पैलेस में मंगलवार सुबह करीब साढ़े चार बजे भीषण आग लग गई। न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक दमकल की 25 से अधिक गाडिय़ां आग पर काबू पाने की कोशिश में जुटी थी। इस हादसे में अब तक 17 लोगों के मौत हो गई है, वहीं कुछ लोग जख्मी हुए हैं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली सरकार ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं। आज दोपहर 12.20 पर सीएम केजरीवाल  मौके का मुआयना करने पहुंचे। उन्होंने मृतकों के लिए 5-5 लाख रुपए के मुआवजे का एलान किया है।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि 'इस आग में 17 लोगों की मौत हो गई है और दो लोग घायल हैं। अधिकतर लोगों की मौत दम घुटने से हुई है। जो लोग लापरवाही के दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। मजिस्ट्रेटियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं।Ó फायर ऑफिसर विपिन केंटल ने बताया कि आग लगने का कारण अभी पता किया जा रहा है। घटना के बाद 30 फायर टेंडर मौके पर पहुंच गए थे। रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया है। गलियारे पर लकड़ी की चौखट थी, जिसके कारण लोग इसका उपयोग नहीं कर सकते थे। 2 लोग इमारत से कूद भी गए थे।
मरने वालों की पहचान : कुल 53 लोग होटल में थे, 35 लोगों की पहचान हुई। कुल 17 मौतें, आरएमएल में 13 शव, यहां रखे शव में अब तक पांच की पहचान हुई। अस्पताल ने मोर्चरी में लगाया इंफॉर्मेशन काउंटर। दो और शव बीएलके से आरएमएल पहुंच रहे हैं। केरल के कोच्चि से गाजियाबाद में एक शादी के लिए एक परिवार आया था। ये 2 दिन से इसी होटल में ठहरे थे। ये लोग आज सुबह 6 बजे हरिद्वार जाने वाले थे, उससे पहले ही हादसा हो गया। कुल 15 लोग आए थे, इनमें से 2 लोग कल शाम ही मुम्बई वापस चले गए। परिवार के 13 में से 3 लोगों की मौत हो गयी। मृतकों में 83 साल की नलिनी अम्मा , उनका बेटा विद्यासागर 52, बेटी जयश्री 53 साल की मौत ही गई। प्रणव कुमार भास्कर, हैदराबाद निवासी मीटिंग के लिए आए थे दिल्ली। 35 वर्षीय प्रणव कुमार की घटना में मौत।
दिल्ली होटल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष बालन मणि ने बताया कि यह घटना डक्टिंग में आग लगने के कारण हुई। जिसके कारण यह आग होटल के अन्य कमरों में फैल गया। यहां सभी मानदंडों का पालन किया गया था। निरीक्षण के बाद ही लाइसेंस जारी किया जाता है। दुर्घटना कहीं भी हो सकती है।          

No comments