आरबीआई ने ब्याज दर 0.25 फीसदी घटाई, सस्ती होगी ईएमआई
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की ब्याज दरों पर फैसला लेने वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिन से जारी बैठक में रेपो रेट 0.25 फीसदी तक घटाने का फैसला किया है. एमपीसी के 6 में से 4 सदस्यों ने ब्याज दरें घटाने के पक्ष में वोट दिया. इस फैसले के बाद आम लोगों के लिए बैंक से कर्ज लेना सस्ता होने और ईएमआई घटने की उम्मीद बढ़ गई है।
आपको बता दें कि आरबीआई के नए गवर्नर शक्तिकांत दास के कार्यकाल की यह पहली समीक्षा बैठक है. दास ने 12 दिसंबर को आरबीआई की कमान संभाली है. क्यों घटाईं ब्याज दरें-आरबीआई गवर्नर की अध्यक्षता में 5 फरवरी को शुरू हुई मौद्रिक नीति समिति की समीक्षा बैठक का फैसला आ गया है. आरबीआई ने महंगाई में नरमी को देखते हुए पॉलिसी रेट्स में 0.25 फीसदी की कटौती की है. इसके बाद रेपो रेट 6.50 फीसदी से 6.25 फीसदी हो गई है. ऐसा होने पर आम लोगों के लिए बैंक से कर्ज लेना सस्ता होने और ईएमआई घटने की उम्मीद बढ़ गई है. एफवाई20 में जीडीपी ग्रोथ 7.4त्न रहने का अनुमान- रिजर्व बैंक ने अक्टूबर-दिसंबर जीडीपी 7.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. वहीं वित्त वर्ष 2020 में जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7.4 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. जबकि अप्रैल से सितंबर के लिए ग्रोथ का अनुमान 7.2-7.4 फीसदी के बीच रखा गया है.
आपको बता दें कि आरबीआई के नए गवर्नर शक्तिकांत दास के कार्यकाल की यह पहली समीक्षा बैठक है. दास ने 12 दिसंबर को आरबीआई की कमान संभाली है. क्यों घटाईं ब्याज दरें-आरबीआई गवर्नर की अध्यक्षता में 5 फरवरी को शुरू हुई मौद्रिक नीति समिति की समीक्षा बैठक का फैसला आ गया है. आरबीआई ने महंगाई में नरमी को देखते हुए पॉलिसी रेट्स में 0.25 फीसदी की कटौती की है. इसके बाद रेपो रेट 6.50 फीसदी से 6.25 फीसदी हो गई है. ऐसा होने पर आम लोगों के लिए बैंक से कर्ज लेना सस्ता होने और ईएमआई घटने की उम्मीद बढ़ गई है. एफवाई20 में जीडीपी ग्रोथ 7.4त्न रहने का अनुमान- रिजर्व बैंक ने अक्टूबर-दिसंबर जीडीपी 7.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. वहीं वित्त वर्ष 2020 में जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7.4 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. जबकि अप्रैल से सितंबर के लिए ग्रोथ का अनुमान 7.2-7.4 फीसदी के बीच रखा गया है.

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