Breaking News

प्रचार-प्रसार का अभाव, फीका रहा कृषि मेला

- किसानों की उपस्थिति कम देखकर जन प्रतिनिधि भी हैरान
श्रीगंगानगर। रामलीला मैदान में सोमवार से शुरू हुए कृषि मेले का व्यापक प्रचार-प्रसार न होने के कारण इसमें किसानों की उपस्थिति कम देखी गई। इससे जनप्रतिनिधि भी हैरान हो गए और उन्हें मेले के मंच से यह कहना पड़ा कि मेले का प्रचार नहीं हुआ है। क्षेत्र के किसानों को कृषि तकनीक की जानकारी कैसे मिलेगी।
यहां पहुंचे विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर ने कहा कि मुझे ही एक दिन पहले बताया गया। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे मेले को लेकर संजीदा नहीं हैं। इसका व्यापक प्रसार होना चाहिए था, जो नहीं हुआ। अपनी गलतियों को सुधारें। मेले में इस बार किन्नू और सब्जियों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। उसको लेकर भी किसानों में कोई खास उत्साह देखने को नहीं मिला।
इससे पूर्व जो मेले आयोजित किए जाते रहे हैं, उनमें हालात यह होती थी कि प्रदर्शनी में शामिल होने वाले किसानों की भीड़ लग जाती थी, जबकि इस बार किसानों को आग्रह करके बुलाया गया। मेले में पशुपालन से सम्बंधित प्रतियोगिताओं को लेकर किसानों की रूचि देखी गई। यहां साहिवाल नस्ल की गायों को लेकर प्रतियोगिता हुई।
कृषि मेले में जो विभिन्न कम्पनियों द्वारा कृषि उपकरणों व अन्य पेस्टीसाइड, फर्टीलाइजर की स्टॉलें लगाई गईं, उनको लेकर भी किसानों में कोई रूचि नहीं देखी गई। साथ ही, कृषि मेले में जो तकनीकी सत्र शुरू किए गए, उन्हें सुनने के लिए किसानों की संख्या गिनीचुनी थी। अनेक किसानों ने बताया कि अधिकारी केवल भाषणबाजी करते हैं। खेतों पर नहीं जाते। किसान के खेतों पर पहुंचे पर ही सही समस्या का पता चलेगा। विधायक राजकुमार गौड़ और गुरमीत सिंह कुन्नर ने भी पदाधिकारियों को निर्देश दिए थे कि वे खेतों पर पहुंचे ताकि किसान की समस्या का भलीभांति से उन्हें आभास हो सके और मौके पर ही उसका निराकरण किया जा सके।

No comments