पदमपुर में रोगी की मौत के बाद परिजनों का हंगामा
- दो चिकित्सकों को एपीओ करने के बाद शांत हुए परिजन
श्रीगंगानगर/पदमपुर। पदमपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में शनिवार सुबह ह्रदय रोग से पीडि़त एक व्यक्ति की मौत हो गई। इस पर मृतक के परिजनों ने चिकित्सकों पर मौके पर नहीं आने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। बाद में दोषी स्टाफ को हटाने और मुआवजे की मांग को लेकर परिजनों ने अस्पताल के बाहर धरना लगा दिया।
घटनाक्रम के अनुसार नगरपालिका के सफाई कर्मचारी और वार्ड नंबर 5 निवासी देवीलाल पुत्र हरीराम वाल्मीकि को आज सुबह तकरीबन 4 बजे तबीयत बिगडऩे पर परिजन सीएचसी प्रभारी डॉ. सुधीर अरोड़ा के घर लेकर पहुंचे। डॉ. अरोड़ा ने जांच के बाद रोगी को गंगानगर रैफर किया तो परिजनों ने पदमपुर में ही इलाज करने की बात कही। इस पर डॉ. अरोड़ा ने देवीलाल को 5 बजे सीएचसी भेज दिया। यहां नर्र्सिंग स्टाफ रमेश कुमार ने उसे भर्ती किया। आरंभिक उपचार के बाद सुबह साढ़े 7 बजे देवीलाल की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। तकरीबन सवा 8 बजे उसकी मौत हो गई। इस पर परिजनों ने स्टाफ पर उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। इनका आरोप रहा कि कई बार फोन करने पर भी डॉ. सुधीर अरोड़ा और डॉ. शिवकुमार बिश्नोई अस्पताल नहीं आए। तकरीबन पौने 9 बजे डॉ. शिवकुमार बिश्नोई पहुंचे, तब तक देवीलाल की मौत हो चुकी थी। परिजनों ने आरोप लगाया कि इसके बावजूद नर्स रमेश ने मृतक के इंजेक्शन लगाए। बाद में परिजनोंं सहित अन्य ने दोषी चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई करने और मुआवजे की मांग को लेकर अस्पताल के बाहर धरना लगा दिया। सूचना मिलने पर बीसीएमओ डॉ. मुकेश मित्तल, एसडीएम श्रीमती शारदा चौधरी, थाना प्रभारी कृष्ण कुमार, नगर पालिकाध्यक्ष सुनील हांडा, कांंग्रेसी नेता राकेश शर्मा सहित अन्य मौके पर पहुंचे।
धरनार्थियों से समझाइश की गई, लेकिन कई दौर की वार्ताओं के बावजूद सहमति नहीं बनी। इस बीच एसडीएम ने जिला कलक्टर को भी घटनाक्रम से अवगत करवा दिया। सीएमएचओ से भी इस बारे बात की गई। दोपहर बाद सीएमएचओ डॉ. नरेश बंसल ने घटनाक्रम से उपजे जनाक्रोश के चलते डॉ. सुधीर अरोड़ा और डॉ. शिवकुमार बिश्नोई को एपीओ कर दिया। पदमपुर सीएचसी में केसरीसिंहपुर स्वास्थ्य केंद्र से डॉ. जितेंद्र सिंह को लगाया है। सीएमएचओ ने बताया कि प्रकरण की जांच के लिए एडीशनल सीएमएचओ डॉ. मुकेश मेहता, बीसीएमओ डॉ. मुकेश मित्तल और आरसीएचओ डॉ. अजयकुमार सिंगला की कमेटी बनाई है। कमेटी 3 दिन में जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बावजूद दो बजे तक आक्रोशित परिजनों ने मृतक परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देनेे की मांग को लेकर धरना समाप्त नहीं किया था।
जांच कमेटी पर आपत्ति
स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रकरण की जांच के लिए बनाई कमेटी पर भी आक्रोशितों ने आपत्ति जताई है। इनका कहना है कि कमेटी में शामिल तीनों सदस्य चिकित्सक हैं, इसलिए वे निष्पक्ष जांच नहीं करेंगे। इस कमेटी में प्रशासनिक अधिकारी को शामिल किया जाए।
श्रीगंगानगर/पदमपुर। पदमपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में शनिवार सुबह ह्रदय रोग से पीडि़त एक व्यक्ति की मौत हो गई। इस पर मृतक के परिजनों ने चिकित्सकों पर मौके पर नहीं आने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। बाद में दोषी स्टाफ को हटाने और मुआवजे की मांग को लेकर परिजनों ने अस्पताल के बाहर धरना लगा दिया।
घटनाक्रम के अनुसार नगरपालिका के सफाई कर्मचारी और वार्ड नंबर 5 निवासी देवीलाल पुत्र हरीराम वाल्मीकि को आज सुबह तकरीबन 4 बजे तबीयत बिगडऩे पर परिजन सीएचसी प्रभारी डॉ. सुधीर अरोड़ा के घर लेकर पहुंचे। डॉ. अरोड़ा ने जांच के बाद रोगी को गंगानगर रैफर किया तो परिजनों ने पदमपुर में ही इलाज करने की बात कही। इस पर डॉ. अरोड़ा ने देवीलाल को 5 बजे सीएचसी भेज दिया। यहां नर्र्सिंग स्टाफ रमेश कुमार ने उसे भर्ती किया। आरंभिक उपचार के बाद सुबह साढ़े 7 बजे देवीलाल की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। तकरीबन सवा 8 बजे उसकी मौत हो गई। इस पर परिजनों ने स्टाफ पर उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। इनका आरोप रहा कि कई बार फोन करने पर भी डॉ. सुधीर अरोड़ा और डॉ. शिवकुमार बिश्नोई अस्पताल नहीं आए। तकरीबन पौने 9 बजे डॉ. शिवकुमार बिश्नोई पहुंचे, तब तक देवीलाल की मौत हो चुकी थी। परिजनों ने आरोप लगाया कि इसके बावजूद नर्स रमेश ने मृतक के इंजेक्शन लगाए। बाद में परिजनोंं सहित अन्य ने दोषी चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई करने और मुआवजे की मांग को लेकर अस्पताल के बाहर धरना लगा दिया। सूचना मिलने पर बीसीएमओ डॉ. मुकेश मित्तल, एसडीएम श्रीमती शारदा चौधरी, थाना प्रभारी कृष्ण कुमार, नगर पालिकाध्यक्ष सुनील हांडा, कांंग्रेसी नेता राकेश शर्मा सहित अन्य मौके पर पहुंचे।
धरनार्थियों से समझाइश की गई, लेकिन कई दौर की वार्ताओं के बावजूद सहमति नहीं बनी। इस बीच एसडीएम ने जिला कलक्टर को भी घटनाक्रम से अवगत करवा दिया। सीएमएचओ से भी इस बारे बात की गई। दोपहर बाद सीएमएचओ डॉ. नरेश बंसल ने घटनाक्रम से उपजे जनाक्रोश के चलते डॉ. सुधीर अरोड़ा और डॉ. शिवकुमार बिश्नोई को एपीओ कर दिया। पदमपुर सीएचसी में केसरीसिंहपुर स्वास्थ्य केंद्र से डॉ. जितेंद्र सिंह को लगाया है। सीएमएचओ ने बताया कि प्रकरण की जांच के लिए एडीशनल सीएमएचओ डॉ. मुकेश मेहता, बीसीएमओ डॉ. मुकेश मित्तल और आरसीएचओ डॉ. अजयकुमार सिंगला की कमेटी बनाई है। कमेटी 3 दिन में जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बावजूद दो बजे तक आक्रोशित परिजनों ने मृतक परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देनेे की मांग को लेकर धरना समाप्त नहीं किया था।
जांच कमेटी पर आपत्ति
स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रकरण की जांच के लिए बनाई कमेटी पर भी आक्रोशितों ने आपत्ति जताई है। इनका कहना है कि कमेटी में शामिल तीनों सदस्य चिकित्सक हैं, इसलिए वे निष्पक्ष जांच नहीं करेंगे। इस कमेटी में प्रशासनिक अधिकारी को शामिल किया जाए।
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