घर-घर में सूने रहे हजारों टीवी
- नए टैरिफ के विरोध में रही केबल ऑपरेटरों की हड़ताल
श्रीगंगानगर। प्रदेश में एक फरवरी से लागु होने वाले टैरिफ आदेश के विरोध में राजस्थान सहित 12 राज्यों में गुरुवार को दिनभर केबल टीवी बंद रहा। केबल ऑपरेटरों की 12 घंटे की हड़ताल के चलते ऐसा हुआ। हड़ताल का असर जिला मुख्यालय पर भी रहा। इस हड़ताल में चलते गंगानगर शहर के एक दर्जन से अधिक केबल ऑपरेटर शामिल रहे। हड़ताल के कारण प्रात: 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक करीब 30 हजार केबल उपभोक्ताओं के टीवी सैट सुने रहेंगे।
केबल ऑपरेटर सतीश कालड़ा, मनोज फुटेला और धीरज बब्बर ने बताया कि यह हड़ताल उपभोक्ताओं के हितों के लिए की गई है। ट्राई द्वारा 31 जनवरी तक केबल टीवी में अपनी पसंद के चैनल चुनने का जो आदेश जारी किया है, वह उपभोक्ताओं पर थोपा जा रहा है। इस आदेश के लागू होने से आम लोगों के लिए अपने मनपसंद के चैनल देखना पहले से कहीं ज्यादा महंगा हो जाएगा।
केबल ऑपरेटरों ने बताया कि अभी उपभोक्ताओं को 150 से 200 रुपऐ में करीब 340 चैनल उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। नए आदेश लागु होने के बाद यह चैनल देखने के लिए उपभोक्ताओं को 400 से 600 रुपऐ प्रति माह चुकाने होंगे। उन्होंने बताया कि पहले ही ट्राई ने फ्री टू एयर वाले 100 चैनल की फीस 18 प्रतिशत जीएसटी सहित 154 रुपए निर्धारित कर रखी है। अब अगर उपभोक्ता अपनी पसंद के 10 चैनल भी लेगा तो उसे 200 रुपए पर 18 प्रतिशत जीएसटी के 36 रुपए भी देने होंगे। इस तरह से उपभोक्ता को 236 + 154 के हिसाब से 390 रुपए प्रति माह चुकाने होंगे। जोकि उपभोक्ताओं के लिए उचित नहीं होगा।
केबल ऑपरेटरों का दावा है कि यह हड़ताल उपभोक्ताओं को जागरुक करने के लिए की गई है। सरकार व ट्राई की ओर से केबल टीवी सस्ता होने का जो दावा किया जा रहा है। इस हड़ताल के माध्यम से उन दावों की हकीकत आमजन के सामने लाने का प्रयास किया गया है।
बिजली का रहा सहयोग
केबल ऑपरेटरों की हड़ताल में गुरुवार को 'बिजलीÓ का पूरा सहयोग रहा। बुधवार आधी रात को पूरे जिले में विद्युत सप्लाई ठप हुई। जो गुरुवार दोपहर तक शुरू नहीं हो पाई। ऐसे में 'बिजलीÓ का खासा सहयोग भी केबल ऑपरेटरों की हड़ताल कामयाब बनाने में रहा।
श्रीगंगानगर। प्रदेश में एक फरवरी से लागु होने वाले टैरिफ आदेश के विरोध में राजस्थान सहित 12 राज्यों में गुरुवार को दिनभर केबल टीवी बंद रहा। केबल ऑपरेटरों की 12 घंटे की हड़ताल के चलते ऐसा हुआ। हड़ताल का असर जिला मुख्यालय पर भी रहा। इस हड़ताल में चलते गंगानगर शहर के एक दर्जन से अधिक केबल ऑपरेटर शामिल रहे। हड़ताल के कारण प्रात: 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक करीब 30 हजार केबल उपभोक्ताओं के टीवी सैट सुने रहेंगे।
केबल ऑपरेटर सतीश कालड़ा, मनोज फुटेला और धीरज बब्बर ने बताया कि यह हड़ताल उपभोक्ताओं के हितों के लिए की गई है। ट्राई द्वारा 31 जनवरी तक केबल टीवी में अपनी पसंद के चैनल चुनने का जो आदेश जारी किया है, वह उपभोक्ताओं पर थोपा जा रहा है। इस आदेश के लागू होने से आम लोगों के लिए अपने मनपसंद के चैनल देखना पहले से कहीं ज्यादा महंगा हो जाएगा।
केबल ऑपरेटरों ने बताया कि अभी उपभोक्ताओं को 150 से 200 रुपऐ में करीब 340 चैनल उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। नए आदेश लागु होने के बाद यह चैनल देखने के लिए उपभोक्ताओं को 400 से 600 रुपऐ प्रति माह चुकाने होंगे। उन्होंने बताया कि पहले ही ट्राई ने फ्री टू एयर वाले 100 चैनल की फीस 18 प्रतिशत जीएसटी सहित 154 रुपए निर्धारित कर रखी है। अब अगर उपभोक्ता अपनी पसंद के 10 चैनल भी लेगा तो उसे 200 रुपए पर 18 प्रतिशत जीएसटी के 36 रुपए भी देने होंगे। इस तरह से उपभोक्ता को 236 + 154 के हिसाब से 390 रुपए प्रति माह चुकाने होंगे। जोकि उपभोक्ताओं के लिए उचित नहीं होगा।
केबल ऑपरेटरों का दावा है कि यह हड़ताल उपभोक्ताओं को जागरुक करने के लिए की गई है। सरकार व ट्राई की ओर से केबल टीवी सस्ता होने का जो दावा किया जा रहा है। इस हड़ताल के माध्यम से उन दावों की हकीकत आमजन के सामने लाने का प्रयास किया गया है।
बिजली का रहा सहयोग
केबल ऑपरेटरों की हड़ताल में गुरुवार को 'बिजलीÓ का पूरा सहयोग रहा। बुधवार आधी रात को पूरे जिले में विद्युत सप्लाई ठप हुई। जो गुरुवार दोपहर तक शुरू नहीं हो पाई। ऐसे में 'बिजलीÓ का खासा सहयोग भी केबल ऑपरेटरों की हड़ताल कामयाब बनाने में रहा।
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