लापता पुजारी की लाश बरामद
- मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम, मुकदमा दर्ज करने के आश्वासन के बाद माने परिजन
श्रीविजयनगर। श्री श्याम हनुमान मंदिर के दस दिन से लापता पुजारी दीपक शास्त्री की लाश इंदिरा गांधी नहर से बरामद हो गई। सूरतगढ़ के अस्पताल में एक बार परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया, लेकिन अधिकारियों के साथ हुई वार्ता में आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के दुष्पे्ररित करने के आरोप में मुकदमा दर्ज करने का आश्वासन मिलने के बाद परिजनों ने शव ले लिया। मामला निपटने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।
पुलिस के अनुसार पुजारी 32 वर्षीय दीपक शास्त्री की पत्नी सुमन शास्त्री की सूचना पर दस दिन पूर्व गुमशुदगी दर्ज की गई है। सुमन ने पुलिस को बताया कि उस दिन शाम चार बजे उसके पति घर आये और रोने लगे। उसने कारण पूछा, तो बताया कि मंदिर कमेटी के अध्यक्ष भीम कामरा, उपाध्यक्ष शंभु नागपाल, सदस्य अरविन्द, कपिल व हरी भठेजा ने उसे मंदिर में जलील किया। उसे प्रताडि़त किया। यह बात बताने के बाद उसके पति दीपक शास्त्री मोटरसाइकिल लेकर किसी के घर पूजा करने का कह कर निकल गये, लेकिन वापिस घर नहीं लौटे। दीपक शास्त्री मंदिर में पुजारी था।
पुलिस ने बताया कि दीपक शास्त्री की तलाश शुरू की, तो राजियासर पुलिस थाना क्षेत्र में इंदिरा गांधी नहर की आरडी संख्या 330 के निकट मोटरसाइकिल मिला है। इससे आशंका थी कि पुजारी की लाश नहर से बरामद हो सकती है। पुलिस व परिजन इंदिरा गांधी नहर में शव की तलाश कर रहे थे। बीती रात राजियासर पुलिस थाना क्षेत्र में पुजारी दीपक शास्त्री की लाश बरामद हो गई। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शव को बाहर निकाला और सूरतगढ़ के सरकारी अस्पताल में पहुंचा दिया।
आज सुबह दीपक शास्त्री के परिजन व बड़ी संख्या में उनके रिश्तेदार सूरतगढ़ के अस्पताल में एकत्रित हो गये और शव का पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर दिया। परिजनों ने मांग की कि दीपक शास्त्री को आत्महत्या के लिए दुष्पे्ररित करने के आरोप में मंदिर समिति के पदाधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाये। स्थिति तनावपूर्ण होने पर रायङ्क्षसहनगर पुलिस उप अधीक्षक आनन्द स्वामी व विजयनगर थाना प्रभारी फूलचंद शर्मा मौके पर पहुंचे। वार्ता के दौरान पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए दुष्पे्ररित करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया जायेगा। इस पर वार्ता के दौरान मृतक के भाई ने मुकदमा दर्ज करने के लिए परिवाद दे दिया। यह परिवाद विजयनगर पुलिस थाना में भेज दिया गया है। वहां मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। परिजनों की सहमति के बाद पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पुजारी दीपक शास्त्री का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया है। परिजन शव लेकर विजयनगर के लिए रवाना हो गये हैं।
श्रीविजयनगर। श्री श्याम हनुमान मंदिर के दस दिन से लापता पुजारी दीपक शास्त्री की लाश इंदिरा गांधी नहर से बरामद हो गई। सूरतगढ़ के अस्पताल में एक बार परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया, लेकिन अधिकारियों के साथ हुई वार्ता में आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के दुष्पे्ररित करने के आरोप में मुकदमा दर्ज करने का आश्वासन मिलने के बाद परिजनों ने शव ले लिया। मामला निपटने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।
पुलिस के अनुसार पुजारी 32 वर्षीय दीपक शास्त्री की पत्नी सुमन शास्त्री की सूचना पर दस दिन पूर्व गुमशुदगी दर्ज की गई है। सुमन ने पुलिस को बताया कि उस दिन शाम चार बजे उसके पति घर आये और रोने लगे। उसने कारण पूछा, तो बताया कि मंदिर कमेटी के अध्यक्ष भीम कामरा, उपाध्यक्ष शंभु नागपाल, सदस्य अरविन्द, कपिल व हरी भठेजा ने उसे मंदिर में जलील किया। उसे प्रताडि़त किया। यह बात बताने के बाद उसके पति दीपक शास्त्री मोटरसाइकिल लेकर किसी के घर पूजा करने का कह कर निकल गये, लेकिन वापिस घर नहीं लौटे। दीपक शास्त्री मंदिर में पुजारी था।
पुलिस ने बताया कि दीपक शास्त्री की तलाश शुरू की, तो राजियासर पुलिस थाना क्षेत्र में इंदिरा गांधी नहर की आरडी संख्या 330 के निकट मोटरसाइकिल मिला है। इससे आशंका थी कि पुजारी की लाश नहर से बरामद हो सकती है। पुलिस व परिजन इंदिरा गांधी नहर में शव की तलाश कर रहे थे। बीती रात राजियासर पुलिस थाना क्षेत्र में पुजारी दीपक शास्त्री की लाश बरामद हो गई। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शव को बाहर निकाला और सूरतगढ़ के सरकारी अस्पताल में पहुंचा दिया।
आज सुबह दीपक शास्त्री के परिजन व बड़ी संख्या में उनके रिश्तेदार सूरतगढ़ के अस्पताल में एकत्रित हो गये और शव का पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर दिया। परिजनों ने मांग की कि दीपक शास्त्री को आत्महत्या के लिए दुष्पे्ररित करने के आरोप में मंदिर समिति के पदाधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाये। स्थिति तनावपूर्ण होने पर रायङ्क्षसहनगर पुलिस उप अधीक्षक आनन्द स्वामी व विजयनगर थाना प्रभारी फूलचंद शर्मा मौके पर पहुंचे। वार्ता के दौरान पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए दुष्पे्ररित करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया जायेगा। इस पर वार्ता के दौरान मृतक के भाई ने मुकदमा दर्ज करने के लिए परिवाद दे दिया। यह परिवाद विजयनगर पुलिस थाना में भेज दिया गया है। वहां मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। परिजनों की सहमति के बाद पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पुजारी दीपक शास्त्री का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया है। परिजन शव लेकर विजयनगर के लिए रवाना हो गये हैं।
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