पानी में बहती नजर आ रही है यूआईटी की पाताल तोड़ कुएं बनाने की योजना
वर्षा जल निकासी की समस्या के समाधान के लिए श्रीगंगानगर यूआईटी की पाताल तोड़ कुएं बनाने की योजना भी पानी में बहती हुई नजर आ रही है। इस योजना के पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यूआईटी ने बाइपास के नजदीक स्थित गौतमबुद्ध नगर में पांच पाताल तोड़ कुओं का निर्माण अगस्त में भारी बारिश आने के बाद करवाया है, ताकि बारिश का पानी इन कुओं के माध्यम से जमीन में छोड़ा जा सके। प्रत्येक पाताल तोड़ कुएं पर करीब 2.50 लाख रुपए खर्च हुए हैं।
अब 6 अक्टूबर को जब बारिश हुई तो बारिश का पानी इन कुओं के माध्यम से जमीन के पाताल में डालने का प्रयास किया तो इन कुओं ने 10 घंटे भी पानी नहीं लिया, अर्थात पाइप के माध्यम से जो पानी 200 फीट नीचे पाताल में जाना था, वह नहीं गया। हालांकि यूआईटी की मंशा थी कि अगर यह ट्रायल सफल रहा तो शहर के मेडिकल कॉलेज, सुखाडिय़ा सर्किल पार्क, हनुमानगढ़ रोड पर अंधविद्यालय के पास व रिद्धि-सिद्धि के पास पाताल तोड़ कुएं बनाएंगे, ताकि वर्षाजल निकासी की समस्या का समाधान हो जाए। मगर ऐसा होना मुश्किल लग रहा है।

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