भारत की बानू मुश्ताक को इंटरनेशनल बुकर प्राइज
लेखिका, कार्यकर्ता और वकील बानू मुश्ताक को उनकी किताब 'हार्ट लैंपÓ के लिए इंटरनेशनल बुकर प्राइज मिला है। मंगलवार देर रात इसकी घोषणा की गई। इसी के साथ हार्ट लैंप बुकर प्राइज जीतने वाली पहली कन्नड़ किताब बन गई है। मुश्ताक ने लंदन के टेट मॉडर्न में आयोजित एक समारोह में दीपा भास्थी के साथ यह अवॉर्ड लिया। भास्थी ने उनकी किताब को कन्नड़ से अंग्रेजी में ट्रांसलेट किया है। इंटरनेशनल बुकर प्राइज के लिए मुश्ताक की किताब 'हार्ट लैंपÓ को दुनिया भर में छह किताबों में से चुना गया। यह लघुकथा का एक संग्रह है।
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