वेतन के लिए अभी कई दिन करना पड़ेगा इंतजार
- तीन महीने से वेतन को तरसे पीडी मद के शिक्षक
श्रीगंगानगर। शिक्षा विभाग श्रीगंगानगर ब्लॉक के पीडी मद शिक्षकों को पिछले तीन माह से वेतन नहीं मिला है। इससे इन शिक्षकों के परिवारों को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है। करीब अढ़ाई सौ शिक्षकों के लिए यह संकट और भी लम्बा हो सकता है। इसका कारण इन शिक्षकों के वेतन बिलों का जिला कोष कार्यालय से अभी तक भुगतान नहीं होना बताया जा रहा है। ऐसे में अब नया वित्तीय वर्ष शुरू होने के कारण सीबीईओ कार्यालय को शिक्षकों के वेतन बिल फिर से बनाकर पेश करने होंगे। इसके लिए सीबीईओ कार्यालय को ट्रेजरी से 28 मार्च को भेजे बिल वापस आने का इन्तजार भी करना पड़ रहा है।
सीबीईओ रणवीर शर्मा ने बताया कि पीडी मद के शिक्षकों का जनवरी से मार्च तक का वेतन बकाया है। जनवरी व फरवरी के वेतन बिल 27 मार्च को ट्रेजरी में भिजवाए गए थे। उन्होंने अब बिल की पीडीएफ कॉपी मांगी है। इसके लिए जयपुर से अभी तक अप्रुव्ल नहीं मिली है। साथ ही वित्तीय वर्ष बदलने के कारण ट्रेजरी से पुराने बिल भी अभी तक रिवर्ट नहीं किए गए हैं। कोष कार्यालय के कर्मचारियों के पास समय अभाव के कारण इसमें देरी हो रही है। जब तक कोष कार्यालय से पुराने बिल सीबीईओ कार्यालय को वापस नहीं मिल जाते, तब तक नए बिल बनाने की प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकती।
सीबीईओ रणवीर शर्मा ने बताया कि पुराने बिल रद्द करने व लेखाधिकारी द्वारा नए बिल बनाने में करीब 10 दिन का समय और लगेगा। इसके बाद कोष कार्यालय बिल पास करने में जो समय लगाएगा, वह अलग है। ऐसे में माना जा रहा है कि पीडी मद के शिक्षकों तीन माह के बकाया वेतन के लिए लम्बा इंतजार करना पड़ेगा। पीडी मद के शिक्षक भूप सिंह कूकणा ने बताया कि तीन तीन माह तक वेतन नहीं मिलने से अढ़ाई सौ शिक्षकों के परिवार आर्थिक संकट में आ गए हैं। कोरोना से घिरे इस संकट के समय में अब इन शिक्षकों के पास राशन खरीदने के पैसे भी नहीं बचे हैं। प्रशासन भी शिक्षकों की मदद नहीं कर रहा।
लेखाकार को लगा रखा कलेक्ट्रेट
सूत्रों के अनुसार सीबीईओ कार्यालय के लेखाकार रवि को इन दिनों कलेक्ट्रेट में स्थापित कंट्रोलरूम में लगा रखा है। इस कारण भी पीडी मद के शिक्षकों के वेतन भुगतान में अड़चन आ रही है। इस संबंध में गत दिवस शिक्षकों का प्रतिनिधि मण्डल कल अतिरिक्त जिला कलेक्टर से भी मिला था। तब उन्होंने सीबीईओ कार्यालय के कर्मचारी रवि को प्रात: 10 से 2 बजे के बीच शिक्षकों के वेतन बिलों के कार्य के लिए कहा था।
श्रीगंगानगर। शिक्षा विभाग श्रीगंगानगर ब्लॉक के पीडी मद शिक्षकों को पिछले तीन माह से वेतन नहीं मिला है। इससे इन शिक्षकों के परिवारों को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है। करीब अढ़ाई सौ शिक्षकों के लिए यह संकट और भी लम्बा हो सकता है। इसका कारण इन शिक्षकों के वेतन बिलों का जिला कोष कार्यालय से अभी तक भुगतान नहीं होना बताया जा रहा है। ऐसे में अब नया वित्तीय वर्ष शुरू होने के कारण सीबीईओ कार्यालय को शिक्षकों के वेतन बिल फिर से बनाकर पेश करने होंगे। इसके लिए सीबीईओ कार्यालय को ट्रेजरी से 28 मार्च को भेजे बिल वापस आने का इन्तजार भी करना पड़ रहा है।
सीबीईओ रणवीर शर्मा ने बताया कि पीडी मद के शिक्षकों का जनवरी से मार्च तक का वेतन बकाया है। जनवरी व फरवरी के वेतन बिल 27 मार्च को ट्रेजरी में भिजवाए गए थे। उन्होंने अब बिल की पीडीएफ कॉपी मांगी है। इसके लिए जयपुर से अभी तक अप्रुव्ल नहीं मिली है। साथ ही वित्तीय वर्ष बदलने के कारण ट्रेजरी से पुराने बिल भी अभी तक रिवर्ट नहीं किए गए हैं। कोष कार्यालय के कर्मचारियों के पास समय अभाव के कारण इसमें देरी हो रही है। जब तक कोष कार्यालय से पुराने बिल सीबीईओ कार्यालय को वापस नहीं मिल जाते, तब तक नए बिल बनाने की प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकती।
सीबीईओ रणवीर शर्मा ने बताया कि पुराने बिल रद्द करने व लेखाधिकारी द्वारा नए बिल बनाने में करीब 10 दिन का समय और लगेगा। इसके बाद कोष कार्यालय बिल पास करने में जो समय लगाएगा, वह अलग है। ऐसे में माना जा रहा है कि पीडी मद के शिक्षकों तीन माह के बकाया वेतन के लिए लम्बा इंतजार करना पड़ेगा। पीडी मद के शिक्षक भूप सिंह कूकणा ने बताया कि तीन तीन माह तक वेतन नहीं मिलने से अढ़ाई सौ शिक्षकों के परिवार आर्थिक संकट में आ गए हैं। कोरोना से घिरे इस संकट के समय में अब इन शिक्षकों के पास राशन खरीदने के पैसे भी नहीं बचे हैं। प्रशासन भी शिक्षकों की मदद नहीं कर रहा।
लेखाकार को लगा रखा कलेक्ट्रेट
सूत्रों के अनुसार सीबीईओ कार्यालय के लेखाकार रवि को इन दिनों कलेक्ट्रेट में स्थापित कंट्रोलरूम में लगा रखा है। इस कारण भी पीडी मद के शिक्षकों के वेतन भुगतान में अड़चन आ रही है। इस संबंध में गत दिवस शिक्षकों का प्रतिनिधि मण्डल कल अतिरिक्त जिला कलेक्टर से भी मिला था। तब उन्होंने सीबीईओ कार्यालय के कर्मचारी रवि को प्रात: 10 से 2 बजे के बीच शिक्षकों के वेतन बिलों के कार्य के लिए कहा था।
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