पार्सल ट्रेन चली, पर नहीं मिल रहे पार्सल
- प्रचार नहीं होना सहित अनेक व्यावहारिक कमियां
श्रीगंगानगर। कोरोना वायरस के प्रभाव को देखते चल रहे लॉकडाउन के बीच सभी तरह का यातायात भी बंद हैं। ऐसे में आवश्यक सामग्री के परिवहन के लिए रेलवे की ओर से विशेष पार्सल ट्रेन चलाई जा रही है। यह ट्रेन जयपुर से दोपहर तीन बजे रवाना होकर निर्धारित रूट पर चलते हुए अगले दिन शाम को वापस जयपुर पहुंच रही है।
आज इस पार्सल ट्रेन का दूसरा फेरा है। लेकिन दो दिन में इस ट्रेन को रिस्पोंस नहीं मिल रहा। रेलवे सूत्रों के अनुसार पहले फेरे में तो इस विशेष माल गाड़ी को एक भी पार्सल की बुकिंग नहीं मिली। हांसी से एक व्यापारी ने अपनी 20 मार्च से लम्बित बुकिंग का सामान अवश्य ट्रेन पर लाद दिया। इसकी अब डिलीवरी भी रेलवे के लिए समस्या बनी हुई है। तम्बाकू आदि से बना यह सामाना अब जयपुर रेलवे पार्सल विभाग के पास पड़ा है।
यह ट्रेन जिले के सूरतगढ़ व हनुमानगढ़ स्टेशन सहित राजस्थान व हरियाणा के ढेड़ दजर््ान से अधिक रेलवे स्टेशनों से होते हुए अपने फेरे लगा रही है। बताया जा रहा है कि आज दूसरे फेरे में भी यह ट्रेन खाली ही चल रही है। इसका कारण ट्रेन को लेकर व्यापारियों तक पूरी जानकारी नहीं पहुंचना व लम्बे रूट के कारण लगेज भाड़ा अधिक होना माना जा रहा है। इस बारे में रेलवे सूत्रों ने अनुसार माल भाड़े का निर्धारण तो रेलवे के वाणिज्य विभाग द्वारा किया गया है। इसे कम करने या रूट के हिसाब से छूट के आदेश भी वाणिज्य विभाग से ही जारी हो सकते हैं।
श्रीगंगानगर। कोरोना वायरस के प्रभाव को देखते चल रहे लॉकडाउन के बीच सभी तरह का यातायात भी बंद हैं। ऐसे में आवश्यक सामग्री के परिवहन के लिए रेलवे की ओर से विशेष पार्सल ट्रेन चलाई जा रही है। यह ट्रेन जयपुर से दोपहर तीन बजे रवाना होकर निर्धारित रूट पर चलते हुए अगले दिन शाम को वापस जयपुर पहुंच रही है।
आज इस पार्सल ट्रेन का दूसरा फेरा है। लेकिन दो दिन में इस ट्रेन को रिस्पोंस नहीं मिल रहा। रेलवे सूत्रों के अनुसार पहले फेरे में तो इस विशेष माल गाड़ी को एक भी पार्सल की बुकिंग नहीं मिली। हांसी से एक व्यापारी ने अपनी 20 मार्च से लम्बित बुकिंग का सामान अवश्य ट्रेन पर लाद दिया। इसकी अब डिलीवरी भी रेलवे के लिए समस्या बनी हुई है। तम्बाकू आदि से बना यह सामाना अब जयपुर रेलवे पार्सल विभाग के पास पड़ा है।
यह ट्रेन जिले के सूरतगढ़ व हनुमानगढ़ स्टेशन सहित राजस्थान व हरियाणा के ढेड़ दजर््ान से अधिक रेलवे स्टेशनों से होते हुए अपने फेरे लगा रही है। बताया जा रहा है कि आज दूसरे फेरे में भी यह ट्रेन खाली ही चल रही है। इसका कारण ट्रेन को लेकर व्यापारियों तक पूरी जानकारी नहीं पहुंचना व लम्बे रूट के कारण लगेज भाड़ा अधिक होना माना जा रहा है। इस बारे में रेलवे सूत्रों ने अनुसार माल भाड़े का निर्धारण तो रेलवे के वाणिज्य विभाग द्वारा किया गया है। इसे कम करने या रूट के हिसाब से छूट के आदेश भी वाणिज्य विभाग से ही जारी हो सकते हैं।
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