लॉक डाउन के दौरान गंगानगर में गरीबों में वितरित अन्नपूर्णा किट का नवाचार प्रदेश में भाया
श्रीगंगानगर प्रशासन ने की थी पहल
श्रीगंगानगर। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार की ओर से जारी लॉक डाउन के बीच गरीब व मजदूरों को भरपेट खाना उपलब्ध करवाने के के लिए श्रीगंगानगर प्रशासन का अन्नपूर्णा किट वितरित करने का नवाचार पूरे प्रदेश में भाया है। सरकार ने श्रीगंगानगर प्रशासस के नवाचार को पूरे प्रदेश में लागू करने के आदेश दिए हैं।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के शासन सचिव सिद्धार्थ महाजन ने एक आदेश जारी करके प्रदेश भर के जिला कलेक्टरों को पत्र जारी करके लॉक डाउन के दौरान कमजोर वग्र, निराश्रित, जरूरतमंदों को नि:शुल्क ड्राइ राशन सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए कहा है। इसमें 5 किलो आटा, आधा किलो दाल, आधा किलो तेल, नमक, चावल होगी। यह दस दिनों के लिए होगी। इस कार्य के लिए जिला कलेक्टर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। पटवारी व ग्राम सचिव तक अपने क्षेत्र में अन्नपूर्णा किट का वितरण करेंगे। जिन लोगों को राशन सामग्री का वितरण किया जायेगा, उसके बारे में रिकॉर्ड संधारित किया जायेगा। खाद्य सामग्री व फंड जुटाने के लिए स्वयंसेवी संगठनों, स्वैच्छिक संगठनों, उद्योग धंधों, व्यापार धंधों से सम्पर्क किया जा सकता है। राशन सामग्री के लिए मुख्यमंत्री की ओर से फंड की कोई कमी नहीं है।
गौरतलब है कि जिला प्रशासन व रसद विभाग की टीम ने लॉक डाउन के दौरान गरीब लोगों को भोजन उपलब्ध करवाने के लिए ड्राइ राशन का पैकेट बना कर वितरित करना शुरू किया था। राज्य सरकार ने इसका अनुसरण करते हुए प्रदेश भर में लागू कर दिया है।
श्रीगंगानगर। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार की ओर से जारी लॉक डाउन के बीच गरीब व मजदूरों को भरपेट खाना उपलब्ध करवाने के के लिए श्रीगंगानगर प्रशासन का अन्नपूर्णा किट वितरित करने का नवाचार पूरे प्रदेश में भाया है। सरकार ने श्रीगंगानगर प्रशासस के नवाचार को पूरे प्रदेश में लागू करने के आदेश दिए हैं।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के शासन सचिव सिद्धार्थ महाजन ने एक आदेश जारी करके प्रदेश भर के जिला कलेक्टरों को पत्र जारी करके लॉक डाउन के दौरान कमजोर वग्र, निराश्रित, जरूरतमंदों को नि:शुल्क ड्राइ राशन सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए कहा है। इसमें 5 किलो आटा, आधा किलो दाल, आधा किलो तेल, नमक, चावल होगी। यह दस दिनों के लिए होगी। इस कार्य के लिए जिला कलेक्टर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। पटवारी व ग्राम सचिव तक अपने क्षेत्र में अन्नपूर्णा किट का वितरण करेंगे। जिन लोगों को राशन सामग्री का वितरण किया जायेगा, उसके बारे में रिकॉर्ड संधारित किया जायेगा। खाद्य सामग्री व फंड जुटाने के लिए स्वयंसेवी संगठनों, स्वैच्छिक संगठनों, उद्योग धंधों, व्यापार धंधों से सम्पर्क किया जा सकता है। राशन सामग्री के लिए मुख्यमंत्री की ओर से फंड की कोई कमी नहीं है।
गौरतलब है कि जिला प्रशासन व रसद विभाग की टीम ने लॉक डाउन के दौरान गरीब लोगों को भोजन उपलब्ध करवाने के लिए ड्राइ राशन का पैकेट बना कर वितरित करना शुरू किया था। राज्य सरकार ने इसका अनुसरण करते हुए प्रदेश भर में लागू कर दिया है।
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