अरण्डी के सौदे में 40 करोड़ देने से मुकरने वाले पूरे परिवार पर मुकदमा
श्रीगंगानगर। एनसीडीएक्स में अरण्डी के सौदे में 40 करोड़ का फटका लगने के बाद शेयर ब्रोकर को राशि देने से मुकरने वाले पूरे परिवार पर जवाहरनगर पुलिस ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस मामले में एक ही परिवार के आधा दर्जन लोगों ने अपनी अलग-अलग फर्मो से सौदे किए और जब घाटा 40 करोड़ से अधिक बढ़ गया, तो रुपए देने से मुकर गये। पीडि़त डीलर ने इस मामले में जवाहरनगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया।
मुकदमे के अनुसार मैसर्स गणपति मल्टी कॉमोडिटी बिनेजस (इंडिया) प्रा. लि. के निदेशक डा. जितेन्द्र मित्तल ने रिपोर्ट दी कि उनकी फर्म ग्राहकों को ब्रोकर की हैसियत से कॉमोडिटी विनियम की सुविधा उपलब्ध करवाती है। फर्म पे्रम कुमार प्रदीप कुमार के प्रोपराइटर प्रदीप कुमार, मैसर्स दिव्या गोल्ड एग्रो इण्डस्ट्रीज के प्रो. पे्रम कुमार अग्रवाल, फर्म युक्ति एग्रीकॉम के प्रो. रेखा रानी पत्नी प्रदीप अग्रवाल, मैसर्स दिवा एग्री सोल्यूशन की प्रो. नेहा अग्रवाल, मैसर्स पे्रम कुमार एण्ड संस की प्रो. कमला अग्रवाल पत्नी पे्रम अग्रवाल व मैसर्स प्रगति ग्लोबल कॉरपोरेशन के प्रो. पंकज अग्रवाल समस्त निवासी 2/6 नागपाल कॉलोनी श्रीगंगानगर ने वर्ष 2012 से 2019 तक उनकी फर्म में ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाये। इन खातों के जरिए लेनदेन करने पर उक्त फर्मो की तरफ उनकी कम्पनी का 40 करोड़ 4 लाख रुपए बकाया निकल आया। आरोपियों ने पांच फर्मो के खातों से केस्टर सीड की खरीद की। सितम्बर 2019 के अंतिम सप्ताह में केस्टोर सीड की कीमत अत्याधिक अस्थिर थी एवं आरोपी प्रतिदिन नुकसान उठा रहे थे।
डा. मित्तल ने मुकदमे में बताया कि जब उन्होंने उक्त फर्मो को भुगतान के लिए कहा, तो उन्होंने भुगतान करने से इंकार कर दिया और उन्हें धमकी दी कि हम तो कोई भी पेमेंट नहीं करने वाले हैं। मर्जी आये वो कर लो। हमारा क्या उखाड़ लोगे। हमने तो हमारी समस्त अचल सम्पत्तियां परिवार के अन्य सदस्यों के नाम हस्तान्तरित कर दी हैं। रुपयों के लिए ज्यादा तकाजा किया तो आपके परिवार को खत्म करवा देंगे। एक दो मर्तबा उसने यह भी कहाकि मैं नकली चीनी की गोलियां खाकर सुसाइड नोट लिखकर छोड़ दूंगा और आप पर झूठा मुकदमा दर्ज करवा दूंगा।
डा. मित्तल ने पुलिस को बताया कि उक्त धमकियां मिलने पर पूछताछ की, तो पता चला कि आरोपी कमला देवी पत्नी पे्रम अग्रवाल ने अपने नाम सम्पत्तियों को अपने बेटे आरोपी पंकज कुमार अग्रवाल के नाम ट्रांसफर करवा दी।
पुलिस के अनुसार मुस्तगीस की फर्म का प्रदीप अग्रवाल की तरफ 11 करोड़ 15 लाख 48 हजार 694 रुपए, पे्रम अग्रवाल की तरफ 7 करोड़ 37 लाख 71 हजार 65 रुपए, रेखा रानी की तरफ 8 करोड़ 32 लाख 12 हजार 61 रुपएउ, नेहा अग्रवाल की तरफ 5 करोड़ 61 लाख 37 हजार 395 रुपए, कमला देवी की तरफ 7 करोड़ 57 लाख 86 हजार 602 रुपए बकाया है। इस परिवार की छठी फर्म पंकज अग्रवाल मैसर्स प्रगति ग्लोबल कॉरपोरेशन की तरफ कुछ भी बकाया है। इसी कारण देनदार फर्मो ने अपनी प्रोपर्टी को पंकज अग्रवाल के नाम ट्रांसफर कर दी।
मुकदमे के अनुसार मैसर्स गणपति मल्टी कॉमोडिटी बिनेजस (इंडिया) प्रा. लि. के निदेशक डा. जितेन्द्र मित्तल ने रिपोर्ट दी कि उनकी फर्म ग्राहकों को ब्रोकर की हैसियत से कॉमोडिटी विनियम की सुविधा उपलब्ध करवाती है। फर्म पे्रम कुमार प्रदीप कुमार के प्रोपराइटर प्रदीप कुमार, मैसर्स दिव्या गोल्ड एग्रो इण्डस्ट्रीज के प्रो. पे्रम कुमार अग्रवाल, फर्म युक्ति एग्रीकॉम के प्रो. रेखा रानी पत्नी प्रदीप अग्रवाल, मैसर्स दिवा एग्री सोल्यूशन की प्रो. नेहा अग्रवाल, मैसर्स पे्रम कुमार एण्ड संस की प्रो. कमला अग्रवाल पत्नी पे्रम अग्रवाल व मैसर्स प्रगति ग्लोबल कॉरपोरेशन के प्रो. पंकज अग्रवाल समस्त निवासी 2/6 नागपाल कॉलोनी श्रीगंगानगर ने वर्ष 2012 से 2019 तक उनकी फर्म में ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाये। इन खातों के जरिए लेनदेन करने पर उक्त फर्मो की तरफ उनकी कम्पनी का 40 करोड़ 4 लाख रुपए बकाया निकल आया। आरोपियों ने पांच फर्मो के खातों से केस्टर सीड की खरीद की। सितम्बर 2019 के अंतिम सप्ताह में केस्टोर सीड की कीमत अत्याधिक अस्थिर थी एवं आरोपी प्रतिदिन नुकसान उठा रहे थे।
डा. मित्तल ने मुकदमे में बताया कि जब उन्होंने उक्त फर्मो को भुगतान के लिए कहा, तो उन्होंने भुगतान करने से इंकार कर दिया और उन्हें धमकी दी कि हम तो कोई भी पेमेंट नहीं करने वाले हैं। मर्जी आये वो कर लो। हमारा क्या उखाड़ लोगे। हमने तो हमारी समस्त अचल सम्पत्तियां परिवार के अन्य सदस्यों के नाम हस्तान्तरित कर दी हैं। रुपयों के लिए ज्यादा तकाजा किया तो आपके परिवार को खत्म करवा देंगे। एक दो मर्तबा उसने यह भी कहाकि मैं नकली चीनी की गोलियां खाकर सुसाइड नोट लिखकर छोड़ दूंगा और आप पर झूठा मुकदमा दर्ज करवा दूंगा।
डा. मित्तल ने पुलिस को बताया कि उक्त धमकियां मिलने पर पूछताछ की, तो पता चला कि आरोपी कमला देवी पत्नी पे्रम अग्रवाल ने अपने नाम सम्पत्तियों को अपने बेटे आरोपी पंकज कुमार अग्रवाल के नाम ट्रांसफर करवा दी।
पुलिस के अनुसार मुस्तगीस की फर्म का प्रदीप अग्रवाल की तरफ 11 करोड़ 15 लाख 48 हजार 694 रुपए, पे्रम अग्रवाल की तरफ 7 करोड़ 37 लाख 71 हजार 65 रुपए, रेखा रानी की तरफ 8 करोड़ 32 लाख 12 हजार 61 रुपएउ, नेहा अग्रवाल की तरफ 5 करोड़ 61 लाख 37 हजार 395 रुपए, कमला देवी की तरफ 7 करोड़ 57 लाख 86 हजार 602 रुपए बकाया है। इस परिवार की छठी फर्म पंकज अग्रवाल मैसर्स प्रगति ग्लोबल कॉरपोरेशन की तरफ कुछ भी बकाया है। इसी कारण देनदार फर्मो ने अपनी प्रोपर्टी को पंकज अग्रवाल के नाम ट्रांसफर कर दी।
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