Breaking News

विद्यालयों में विकसित आईटी लैब का सदुपयोग हो : प्रभारी सचिव

श्रीगंगानगर। भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी एवं जिले के प्रभारी सचिव वैभव गलरिया ने कहा कि राजकीय विधालयों में जो आईटी लैब विकसित की गई है, उसका प्रोपर उपयोग होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विधालयों के निरीक्षण के दौरान यह देखने में आया कि आईटी लैब का जो उपयोग होना चाहिए, वह नही किया जा रहा।
श्री गलरिया गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभाहॉल में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थाओं में बहुत ही अच्छे कम्प्यूटर व अन्य संसाधन लगाये गये है, जिनका सदुपयोग होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थाओं के एक-एक शिक्षक को आईटी का ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाये। जल संसाधन विभाग के अधिकारी जिन नहरों की मरम्मत व सफाई की जानी है, उसका आरडी के अनुसार अपना प्लान तैयार करें। राजकीय राशि तथा जनसहयोग के कार्यों को अलग-अलग दर्शाया जाये। उन्होंने नगरपरिषद को निर्देशित किया कि कचरे का नियमित उठाव होना चाहिए तथा  नगरपरिषद के अधिकारी रात्रिकाल में, प्रातकालीन समय में शहर का दौरा करें तथा उसी के अनुरूप सफाई व्यवस्था को मुकम्मल करवाएं।
नवविकसित कॉलोनियों में कोलोनाईजर द्वारा बिजली व पानी की सुविधा देने के संबंध में भी चर्चा हुई। मच्छरों के प्रकोप से निपटने के लिये नियमित रूप से एमएलओ व फोगिंग का छिड़काव किया जाये। उन्होंने कहा कि नगरविकास न्यास के पास जनसुविधाओं के लिये जहां-जहां जगह उपल?ध है, उसकी जानकारी बिजली, पेयजल व चिकित्सा विभाग को दें।
शहर में आरयूआईडीपी द्वारा करवाये जा रहे सीवरेज कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई। शहर में सीवरेज कार्य की प्रगति पर असंतोष व्य?त किया गया। अधिकारियों ने बताया कि अब तक संबंधित फर्म एलएण्डटी को 622 लाख रूपये की पेनेल्टी लगाई गई है। उन्होंने कहा कि मरम्मत के कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाये। पुरानी सड़क व मरम्मत वाली सड़क का लेवल ठीक होना चाहिए।


No comments