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जीवन के लिए कितनी जरूरी है सूर्य की रोशनी और कैसा है इसका प्रभाव

मनुष्य ईश्वर में बहुत आस्था रखता है। ऐसे ही हमारे नौ ग्रहों की भी अपनी एक महत्ता है। इन 9 ग्रहों में सूर्य का प्रमुख स्थान है धार्मिक दृष्टिकोण से भी हम सूर्यदेव में विश्वास करते हैं। सुबह के समय सबसे पहले सूर्यदेव की पूजा-आराधना करते हैं, सूर्य देवता शुभ फल प्रदान करने वाले माने गए हैं। ऐसे ही ज्योतिष और वास्तु में भी सूर्य को काफी महत्वपूर्ण माना गया है। घर में सूर्य का प्रकाश पडऩा ज्योतिष,वास्तु और सेहत के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।
सूर्य की रोशनी है जरूरी
वास्तुशास्त्र के अनुसार सूर्य की रोशनी हमारे घर के लिए बहुत उपयोगी है। इसके आने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। वास्तु के अनुसार, घर से नकारात्मक ऊर्जा हटाने के लिए घर पर सूर्य की रोशनी बहुत जरूरी है। तो चलिए आज हम आपको सूर्य की रोशनी से संबंधित कुछ वास्तु टिप्स के बारे में बताते है।
आ सकती है सीलन
ऐसा माना जाता है कि घर के जिस स्थान पर सूरज की रोशनी कम पड़ती है या नहीं पहुंच पाती है उस जगह पर सीलन अधिक आने की संभावना होती है। इसके अलावा सूरज की रोशनी न आने से उस जगह कीड़े-मकोड़े आने की ज्यादा आशंका होती है।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
सूर्य की रोशनी सेहत के लिए खासकर फायदेमंद होती है। प्रतिदिन इस सूर्य की रोशनी पडऩे से परिवार के सदस्यों की सेहत बनी रहती है और लोग निरोगी रहते हैं। सूरज की रोशनी तन-मन को हमेशा स्वस्थ रखती है। कहते हैं जिस घर पर सूरज की रोशनी नहीं पहुंच पाती है वहां पर लोगों के बीमार रहने की अधिक संभावनाएं होती हैं।
वास्तुदोष होता है दूर
सूर्य को ऊर्जा का स्त्रोत माना गया है। वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में सूर्य का प्रकाश आने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। अगर सूर्य की रोशनी नहीं आती तो घर में वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है। सूर्य की रोशनी घर के हर कोने में पडऩे से लाभ होता है। माना जाता है कि जिस घर में सूर्य की पूरी रोशनी आती है वहां वास्तुदोष नहीं होता है। साथ ही पहले का वास्तुदोष भी इस रोशनी में समाप्त हो जाता है।
ग्रहदोष भी होते हैं दूर
वास्तु के अनुसार कोशिश रहनी चाहिए कि घर इस तरह का हो कि रसोई और बाथरूम पर भी सूरज की रोशनी पहुंच सके, ऐसा होने पर जीवन में सकारात्मकता आती है। न सिर्फ वास्तु बल्कि सूर्य की रोशनी से अशुभ ग्रहों के दोष भी दूर हो सकते हैं। सूर्य की रोशनी से ग्रहों के शुभ फल भी प्राप्त होने की संभावना रहती है। आत्मविश्वास में वृद्धि होती है, जीवन में आगे बढऩे की प्रेरणा मिलती है। हम ऊर्जावान महसूस करते हैं।
कृत्रिम रोशनी हो सकती है नुकसानदेह
वास्तु के अनुसार, प्रयास करना चाहिए कि घर में कृत्रिम रोशनी का उपयोग कम से हो। घर पर सूर्य की रोशनी कई तरह से लाभदायी होती है। इसके अलावा अपने शयन कक्ष में भी तेज कृत्रिम रोशनी के प्रयोग से बचना चाहिए। कोशिश करें कि शयन कक्ष में धीमी रोशनी ही रहे इससे सोने में अच्छा लगता है, और सोते वक्त बुरे विचार नहीं आते हैं।


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