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जागो ग्राहक जागो : बिजली दरों मेंं बढ़ोतरी से बचना है तो जाग जाइए

- आपत्तियां पेश करें क्योंकि कंपनियां करना चाहती हैं बिजली 25 फीसदी महंगी
श्रीगंगानगर। जोधपुर डिस्कॉम सहित राज्य की सभी बिजली वितरण कंपनियां बिजली के दामों में भारी भरकम बढ़ोतरी करने की तैयारी में हैं। अगर आपने आर्थिक बोझ से बचना है तो जाग जाइए। बिजली कंपनियों ने बिजली की दरों मेंं बढ़ोतरी के जो प्रस्ताव राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग (आरईआरसी) के समक्ष पेश किए हैं, आप उन आपत्ति जता सकते हैं। आयोग आपकी आपत्तियों पर विचार एवं सुनवाई के बाद ही फैसला देगा कि प्रस्तावित वृद्धि की जा सकती है या नहीं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश की सरकारी बिजली वितरण कंपनियों ने घरेलू व अघरेलू उपभोक्ताओं का 25 फीसदी तक बिजली बिल बढ़ाने की टैरिफ पिटिशन राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग (आरईआरसी) में दायर कर दी है। कंपनियों ने अपनी टैरिफ पिटिशन का ऑडियो-विजुअल प्रजेंटेशन भी उपभोक्ता व आरईआरसी के अधिकारियों का सामने दे दिया है। अब बिजली रेट बढ़ाने के विरोध में आम उपभोक्ता, संगठन व एसोसिएशन अपनी आपत्तियां 4 अक्टूबर तक आरईआरसी में दे सकते हंै। इन आपत्तियों के आधार पर ही आयोग सुनवाई कर टैरिफ पीटिशनल को लेकर आदेश जारी करेगा। प्रस्तावित टैरिफ के अनुसार बिजलली 1.55 रुपए प्रति यूनिट तक महंगी हो सकती है। 24.20 प्रतिशत तक बिल बढ़ सकता है। 300 यूनिट तक खर्च करने वालों की रेट 15 प्रतिशत तक ही बढ़ेगी।
प्रस्तावित टैरिफ में अघरेलू उपभोक्ताओं को 1.75 रुपए प्रति यूनिट तक बिजली रेट बढ़ाने का प्रस्ताव है। यानी बिल में 23 फीसदी तक बढ़ोत्तरी होगी।
यह है आपत्ति पेश करने का तरीका
बिजली रेट बढ़ाने की याचिका के बारे में आपत्ति, सुझाव, टिप्पणी भेजने के लिए लोग सहायक प्रपत्रों और आरईआरसी (कार्य संपादन) विनियम 2005 के फार्म नं. 3 में शपथ पत्र के साथ दे सकते हंै। यह आपत्ति व सुझाव 4 अक्टूबर तक आरईआरसी के सहकार मार्ग स्थित कार्यालय (विनियामक भवन, सहकार मार्ग,  जयपुर -302001) में 6 कॉपियों में व्यक्तिगत रूप से दे या भेज सकते हैं। इसे ई-मेल भी कर सकते हंै। टैरिफ याचिका पर आम जन, उपभोक्ता, संगठन, व्यापार संघ, इण्डस्ट्रियल एसोसिएशन, संस्था, एनजीओ, राजनैतिक पार्टी या यूनियन सहित अन्य लोग अपनी आपत्ति व सुझाव दे सकते हैं।


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