Breaking News

बंदी ने जेलर पर किया हमला, दूसरे कैदी ने की आत्महत्या की कोशिश

- दोनों बंदियों पर मुकदमे हुए दर्ज
श्रीगंगानगर। केन्द्रीय कारागृह में गुरुवार शाम को बंदियों की गिनती के दौरान एक बंदी ने जेलर पर हमला कर दिया। जेल के कर्मचारियों ने बीच बचाव करके जेलर को बचाया। इस घटना को लेकर एक अन्य बंदी ने दीवार में सिर टकरा कर आत्महत्या का प्रयास किया। घायल बंदी को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इस घटनाक्रम को लेकर कोतवाली पुलिस ने दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए हैं।
जानकारी के अनुसार गुरूवार शाम करीब साढ़े सात बजे जेल में बंदियों की गिनती चल रही थी। इसी दौरान आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे अशोक कुमार उर्फ शोकी पुत्र हनुमान निवासी अशोक नगर ने जेलर रवि कुमार पर पीछे से हमला कर दिया। इसी बीच जेल के सुरक्षा कर्मियों ने बीच बचाव करके जेलर को बचाया।
सुरक्षा कर्मियों ने बंदी अशोक कुमार उर्फ शोकी को दबोच लिया। बंदी अशोक कुमार को दबोचते देख कर उसके दोस्त बंदी रामकुमार आक्रोशित हो गया। उसने अपने दोस्त अशोक कुमार को पकड़ कर ले जाने का विरोध किया। इस पर सुरक्षा कर्मियों ने बंदी रामकुमार को भी लताड़ दिया। गुस्साए बंदी रामकुमार बावरी पुत्र गोविन्दराम बावरी ने दीवार में अपना सिर भिड़ा लिया। जेल प्रहरियों ने रामकुमार को संभाला और जिला अस्पताल में पहुंचाया। आज दोपहर तक रामकुमार जिला अस्पताल में भर्ती था। बीती रात हुए घटनाक्रम को लेकर जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया।
इधर कोतवाली पुलिस ने जेल अधीक्षक अशोक वर्मा की रिपोर्ट पर बंदी रामकुमार के खिलाफ आत्महत्या का प्रयास करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। जेल अधीक्षक ने देर रात पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि रामकुमार ने जेल की दीवार से अपना सिर भिड़ा लिया। सुरक्षा कर्मियों ने उसे संभाला और अस्पताल में भर्ती करवाया।
पुलिस ने जेलर रवि कुमार की रिपोर्ट पर बंदी अशोक कुमार उर्फ शोकी के खिलाफ मारपीट करने व राजकार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। जेलर ने पुलिस को बताया कि गुरूवार शाम को बंदियों की गिनती करके उन्हें बैरक में बंद किया जा रहा था। इसी दौरान बंदी अशोक ने उस पर हमला कर दिया। जेल प्रशासन ने बताया कि बीती रात जेल में बंदियों की कड़ी सुरक्षा की गई थी। दुबारा किसी झगड़े की आशंका के चलते जेल प्रशासन सतर्क रहा।
गौरतलब है कि बंदी अशोक कुमार उर्फ शोकी मर्डर के जुर्म में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा है। बंदी अशोक व रामकुमार एक ही बैरक में रहते हैं, ऐसे में उनमें गहरी दोस्ती है। जेल प्रहरियों ने अशोक कुमार को पकड़ा, तो वह आक्रोशित हो गया और खुद का सिर दीवार में दे मारा।

No comments