किसान बोले-पाकिस्तान के बजाय हमें ही दे दो पानी
- रेगुलेशन कमेटी की बैठक में विभिन्न नहरों के किसानों ने किया हंगामा
श्रीगंगानगर (एसबीटी)। रेगुलेशन कमेटी की बैठक में पहुंचे विभिन्न नहरों के किसानों ने आज जोरदार हंगामा किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की बजाय हमें भी पानी दे दो, क्योंकि हमारी दो-दो बारियां सूखी जा चुकी हैं। ग्वार के साथ-साथ नरमा-कपास की फसलें सूखने के कगार पर पहुंच गई हैं। आरबी, समेजा, ईईए, करणी जी आदि नहरों के किसानों की दो बारियां सूखी जा चुकी हैं। इसके बावजूद किसानों को पानी नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि हालात काफी खराब हैं। एक तरफ पाकिस्तान को हजारों क्यूसेक पानी रोजाना इनाम में दिया जा रहा है और भाजपा नेता यह कहते हैं कि पाकिस्तान को एक बूंद भी पानी नहीं देंगे।
दूसरी तरफ गंगनहर के किसानों को उनके हिस्से का पानी भी नहीं मिल रहा। गंग कैनाल के पूर्व प्रोजेक्ट चेयरमैन गुरबल पाल सिंह संधू ने कहा कि आरबी नहर, समेजा, ईईए आदि की बारियां सूखी गई हैं।
2500 क्यूसेक हमारा शेयर बनता है। सिंचाई विभाग के अधिकारी यह पानी लेने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि पानी की कोई कमी नहीं है। इसके बावजूद किसान पानी होते हुए भी परेशान हैं क्योंकि फसलें पानी मांग रही हैं। उन्होंने कहा कि हरिकेबैराज से पोंड लेवल कम कर दिया गया है। इस वजह से राजस्थान की गंगकैनाल, भांखड़ा और इन्दिरा गांधी नहर को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा। इस मौके पर किसान संघर्ष समिति के प्रवक्ता सुभाष सहगल ने बताया कि एमएल नहर और फतूही क्षेत्र के किसानों ने भी पानी की मांग की है। पानी नहीं मिला तो शीघ्र ही आंदोलन करेंगे। इस अवसर पर रेगुलेशन कमेटी के सदस्य व अधिकारी उपस्थित थे।
श्रीगंगानगर (एसबीटी)। रेगुलेशन कमेटी की बैठक में पहुंचे विभिन्न नहरों के किसानों ने आज जोरदार हंगामा किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की बजाय हमें भी पानी दे दो, क्योंकि हमारी दो-दो बारियां सूखी जा चुकी हैं। ग्वार के साथ-साथ नरमा-कपास की फसलें सूखने के कगार पर पहुंच गई हैं। आरबी, समेजा, ईईए, करणी जी आदि नहरों के किसानों की दो बारियां सूखी जा चुकी हैं। इसके बावजूद किसानों को पानी नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि हालात काफी खराब हैं। एक तरफ पाकिस्तान को हजारों क्यूसेक पानी रोजाना इनाम में दिया जा रहा है और भाजपा नेता यह कहते हैं कि पाकिस्तान को एक बूंद भी पानी नहीं देंगे।
दूसरी तरफ गंगनहर के किसानों को उनके हिस्से का पानी भी नहीं मिल रहा। गंग कैनाल के पूर्व प्रोजेक्ट चेयरमैन गुरबल पाल सिंह संधू ने कहा कि आरबी नहर, समेजा, ईईए आदि की बारियां सूखी गई हैं।
2500 क्यूसेक हमारा शेयर बनता है। सिंचाई विभाग के अधिकारी यह पानी लेने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि पानी की कोई कमी नहीं है। इसके बावजूद किसान पानी होते हुए भी परेशान हैं क्योंकि फसलें पानी मांग रही हैं। उन्होंने कहा कि हरिकेबैराज से पोंड लेवल कम कर दिया गया है। इस वजह से राजस्थान की गंगकैनाल, भांखड़ा और इन्दिरा गांधी नहर को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा। इस मौके पर किसान संघर्ष समिति के प्रवक्ता सुभाष सहगल ने बताया कि एमएल नहर और फतूही क्षेत्र के किसानों ने भी पानी की मांग की है। पानी नहीं मिला तो शीघ्र ही आंदोलन करेंगे। इस अवसर पर रेगुलेशन कमेटी के सदस्य व अधिकारी उपस्थित थे।
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