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गल्र्स में यदि टेलेंट है तो वे जरूर आगे बढ़ेंगी : पावनी पांडे

श्रीगंगानगर की वरिष्ठ एडवोकेट श्रीमती मंजू पांडे की पौत्री व सारेगामापा लिटिल चैम्प में फीमेल सिंगर अवॉर्ड जितने वाली प्रसिद्ध गायिका पावनी पांडे के साथ एसबीटी न्यूज ने की खास बातचीत, प्रस्तुत हैं अंश:
आपने अपने कॅरियर की शुरुआत कब और कैसे की?
= श्रीगंगानगर मेरी जन्मभूमि है। मेरे दादा-दादी यही रहते हैं और छुट्टियों में यहां आना-जाना लगा रहता है। मेरे पापा को म्यूजिक का शौक था। घर में म्यूजिक को लेकर अच्छा माहौल रहा। मैं जयपुर में रहती थी। वहां जब भी कोई बड़ा आर्टिस्ट आता तो वहां जाकर गाती थी। नौ साल की उम्र में मैंने अपने पापा से कहा कि मुझे सिंगर बनना है और म्यूजिक सीखना है। पावनी पांडे ने कहा कि 16-17 वर्ष पहले जयपुर शहर में प्रोफेशनल लेवल के म्यूजिक टीचर उपलब्ध नहीं थे। पापा ने मुझसे पूछा कि म्यूजिक सीखना है तो ठीक है हम मुम्बई शिफ्ट हो जाते हैं।
आपका सबसे फेमस साँग कौनसा था?
= मैंने वैसे तो कई गाने गाए हैं। इसमें स्वीटी तेरा ड्रामा में 'लैला मैं लैलाÓ, 'बरेली की बर्फीÓ आदि लाखों लोगों तक पहुंचे। लोगों ने बहुत प्यार दिया। इसकी सभी ने सराहना की।
वर्तमान में आप किस प्रोजेक्ट और कौनसे गाने में काम कर रही हैं?
= मैंने काफी हिन्दी प्रोजेक्ट्स और फिल्मों में गाने गाए हैं और गा भी रही हूं। वैसे तो सिंगर को कौनसी फिल्म में गाना गाना है, यह पता नहीं होता। फिल्म आने के बाद ही पता चलता है कि मैंने उस फिल्म में गाना गाया था। डायरेक्टर उससे पहले कुछ नहीं बताते। दो-तीन अच्छे गाने आने वाले हैं। अब मैंने खुद गाने लिखने शुरू किए हैं।
मुम्बई में आपको किसने सपोर्ट किया?
= मुम्बई में मेरी बुआ और फूफा रहते हैं। उनका काफी सपोर्ट रहा क्योंकि मेरे फूफा उद्धव ओझा प्रसिद्ध सिंगर हैं। इसलिए उन्होंने मुझे बहुत कुछ बताया। इससे मैं आगे बढ़ सकी। मेरे पापा के पीछे भी उनके मम्मी-पापा यानी मेरे दादा-दादी का भी अच्छा सपोर्ट था। इसके अलावा मेरे म्यूजिक टीचर गौतम मुखर्जी ने भी मुझे काफी सिखाया। बहुत हैल्प की। इस वजह से मैं आज सिंगर बनी हूं।
- सुना है एक्टिंग भी कर रही हैं आप?
= नहीं, ऐसा कुछ भी नहीं है। अभी एक्टिंग को लेकर कोई रुझान नहीं है। एक्टिंग की एक अलग दुनिया है।
- आगे आपका क्या ड्रीम है?
= हिन्दी फिल्मों में कई गाने गाए हैं। कैटरीना कैफ, माधुरी दीक्षित के लिए गाना गाया और मेरा सपना था कि मैं सुपर स्टार शाहरुख खान की फिल्म के लिए भी गाना गाऊं और वह सपना भी मेरा पूरा हो गया। उनकी रईस फिल्म में मैंने लैला मैं लैला गाना गाया, जो काफी प्रसिद्ध रहा। मैं भविष्य में फिल्म अवॉर्ड जीतना चाहती हूं ताकि श्रीगंगानगर का नाम दुनिया भर में कर सकूं।
- फिल्म इंडस्ट्रीज में आपको किस तरह की समस्या आई?
= मुझे फिलहाल कोई समस्या नहीं आई। लोगों से सुना कि कई तरह की समस्याएं आती हैं। हाल ही में मी टू मूवमेंट हुआ लेकिन मैंने आंखों से नहीं देखा। भगवान की कृपा रही कि मेरे साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ। केवल इतनी सी ही समस्या आई कि शुरू  में जब मैं गाना गाती थी तो बाद में मेरा गाना कोई और सिंगर आकर फिल्म में गाता था। क्योंकि डायरेक्टर को बड़ा सिंगर जिसका नाम हो, वह चाहिए था।
अभी तक के गानों में आपका फेवरेट गाना कौनसा है?
= दो-तीन गाने काफी फेवरेट हैं। उनमें फिलोरी फिल्म का 'साहिबाÓ काफी फेवरेट है, जिसको लाखों लोगों ने सराहा।
- श्रीगंगानगर से आपकी क्या यादें जुड़ी हैं?
= श्रीगंगानगर की गर्मी और सर्दी से मैं पूरी तरह से वाकिफ हूं। मैं अपने दादा-दादी के साथ शहर में भी घूमती थी। अमृत मिष्ठान से कई बार समोसे खाने भी जाते थे। पोल्का पेस्ट्री की पेस्ट्री मुझे काफी पसंद है। श्रीगंगानगर में रहते मुझे लू भी लगी। छह साल बाद मैं श्रीगंगानगर आई और लोग मुझे नहीं भूले। शहर के लोगों की बहुत अच्छी बात है कि वे मेरे बचपन का नाम भी नहीं भूले और उसी नाम से मुझे पुकारते भी हैं।
वर्तमान में टेलेंट होते हुए भी गल्र्स अपने घर से नहीं निकल पाती हैं?
= हर परिवार की अलग-अलग परिस्थितियां होती हैं। गल्र्स को चाहिए कि वे बड़ों के दायरों को समझें और उनमें रहकर कार्य करें। पहले से जमाना काफी बदल गया है। अब यदि आपमें टेलेंट है तो आप यू टयूब के माध्यम से अपने फोटो, वीडियो, ऑडियो शेयर कर सकते हैं। आपके टैलेंट होगा तो आप जरूर आगे बढ़ेंगे।
शाहरुख खान से जब आप मिलीं तो कैसा महसूस हुआ?
= शाहरुख खान की फिल्म की सक्सेस पार्टी थी, मैं भी उसमें गई और सुपर स्टार शाहरुख खान से मिलने का मौका मुझे मिला। जैसे ही शाहरुख खान मेरे सामने आए तो मैं शॉकड हो गई। जब उन्हें बताया गया कि लैला मैं लैला गीत मैंने गाया है तो उन्होंने मुझे बड़ा प्यार, आदर और सम्मान दिया।


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