गुरु पूर्णिमा के मौके पर 16 जुलाई को लगेगा चन्द्रग्रहण
- श्रीगंगानगर में ग्रहण रात 1.37 बजे से सुबह 4.32 बजे तक
श्रीगंगानगर। जल्द ही लोग इस साल के दूसरे चन्द्रग्रहण के रूबरू होंगे। 16 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के मौके पर दूसरा चंद्रग्रहण लगने जा रहा है। इस चन्द्रग्रहण को भारत सहित दुनिया के विभिन्न देशों मेंं देखा जा सकेगा।
16 जुलाई को खग्रास चंद्रग्रहण गुरु पूर्णिमा को है। इस दिन मंगलवार है और उत्तर आषाढ़ नक्षत्र में चन्द्रग्रहण लगेगा। पंडित सत्यपाल पाराशर ने बताया कि श्रीगंगानगर में 16-17 जुलाई की रात को ग्रास चंद्रग्रहण 1.37 बजे से सुबह 4.32 बजे तक रहेगा। इस ग्रहण का सूतक सोलह जुलाई की शाम को 4.37 बजे से लग जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस साल का पहला चंद्रग्रहण 21 जनवरी को था, जो भारत में नजर नहीं आया। यह इस साल का दूसरा चन्द्रग्रहण लगने जा रहा है। मेष, वृष, कन्या, वृश्चिक, धनु व मकर राशि के राजनीति से जुड़े जातकों को इस चन्द्रग्रहण के प्रभाव से विशेष लाभ होने के आसार हैं। यह चंद्रग्रहण मंगलवार और उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में आ रहा है तो जहां इसके प्रभाव से राजनीतिक उथल-पुथल की संभावना रहेगी, वहीं प्राकृतिक आपदाओं का भी अंदेशा रहेगा।
पंडित पाराशर ने बताया कि सूतक के दौरान बुजुर्ग, बालक और अस्वस्थ लोगों के अलावा किसी को भी भोजन नहीं करना चाहिए। गर्भवती स्त्रियों को ग्रहण के समय घर के अंदर ही रहना चाहिए। किसी भी प्रकार के शुभ कार्य करना उचित नहीं माना जाता है।
उन्होंने बताया कि चन्द्रग्रहण के दिन मन में दुर्विचारों को नहीं पनपने देना चाहिए। ब्रह्मचर्य का पालन करना और अपने आराध्य देव का ध्यान लगाना चाहिए। जिन जातकों की कुंडली में मांगलिक दोष है, उन्हेंं चंद्रग्रहण के दिन सुंदरकांड का पाठ करने सेसकारात्मक परिणाम मिलेंगे।
उन्होंने बताया कि ग्रहण के मौके पर आटा, चावल, चीनी, सफेद कपड़े, साबूत उड़द, सतनाजा, काला तिल और काले कपड़े किसी जरूरतमंद को दान करना शुभ रहता है।
श्रीगंगानगर। जल्द ही लोग इस साल के दूसरे चन्द्रग्रहण के रूबरू होंगे। 16 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के मौके पर दूसरा चंद्रग्रहण लगने जा रहा है। इस चन्द्रग्रहण को भारत सहित दुनिया के विभिन्न देशों मेंं देखा जा सकेगा।
16 जुलाई को खग्रास चंद्रग्रहण गुरु पूर्णिमा को है। इस दिन मंगलवार है और उत्तर आषाढ़ नक्षत्र में चन्द्रग्रहण लगेगा। पंडित सत्यपाल पाराशर ने बताया कि श्रीगंगानगर में 16-17 जुलाई की रात को ग्रास चंद्रग्रहण 1.37 बजे से सुबह 4.32 बजे तक रहेगा। इस ग्रहण का सूतक सोलह जुलाई की शाम को 4.37 बजे से लग जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस साल का पहला चंद्रग्रहण 21 जनवरी को था, जो भारत में नजर नहीं आया। यह इस साल का दूसरा चन्द्रग्रहण लगने जा रहा है। मेष, वृष, कन्या, वृश्चिक, धनु व मकर राशि के राजनीति से जुड़े जातकों को इस चन्द्रग्रहण के प्रभाव से विशेष लाभ होने के आसार हैं। यह चंद्रग्रहण मंगलवार और उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में आ रहा है तो जहां इसके प्रभाव से राजनीतिक उथल-पुथल की संभावना रहेगी, वहीं प्राकृतिक आपदाओं का भी अंदेशा रहेगा।
पंडित पाराशर ने बताया कि सूतक के दौरान बुजुर्ग, बालक और अस्वस्थ लोगों के अलावा किसी को भी भोजन नहीं करना चाहिए। गर्भवती स्त्रियों को ग्रहण के समय घर के अंदर ही रहना चाहिए। किसी भी प्रकार के शुभ कार्य करना उचित नहीं माना जाता है।
उन्होंने बताया कि चन्द्रग्रहण के दिन मन में दुर्विचारों को नहीं पनपने देना चाहिए। ब्रह्मचर्य का पालन करना और अपने आराध्य देव का ध्यान लगाना चाहिए। जिन जातकों की कुंडली में मांगलिक दोष है, उन्हेंं चंद्रग्रहण के दिन सुंदरकांड का पाठ करने सेसकारात्मक परिणाम मिलेंगे।
उन्होंने बताया कि ग्रहण के मौके पर आटा, चावल, चीनी, सफेद कपड़े, साबूत उड़द, सतनाजा, काला तिल और काले कपड़े किसी जरूरतमंद को दान करना शुभ रहता है।
No comments