Breaking News

आठ टीमों ने किया विभिन्न चिकित्सालयों का निरीक्षण

- कमियां मिलने पर अधिकारियों को दिए नोटिस
जयपुर। प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की 8 टीमों ने रविवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के विशिष्ट शासन सचिव एवं मिशन निदेशक डॉ. समित शर्मा के नेतृत्व में प्रदेशभर के 50 से भी अधिक चिकित्सा संस्थानों का निरीक्षण कर अस्पतालों के रख-रखाव, साफ-सफाई-स्वच्छता, बायो मेडिकल कचरा प्रबंधन, संक्रमण रोकथाम प्रैक्टिस, साफ पानी-भोजन उपलब्धता एवं अस्पताल द्वारा रोगियों को प्रदान की जाने वाली अन्य सेवाओं का आकलन कर जमीनी हकीकत जानी।
इन निरीक्षणों में चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं में काफी सुधार नजर आया लेकिन कई चिकित्सालयों में बार-बार चेतावनी के बावजूद हालात सही नहीं मिलने पर सम्बन्धित अधिकारी-कर्मचारियों को नोटिस भी जारी किए गए।
मिशन निदेशक ने बताया कि पूर्व निरीक्षणों की तुलना मेें इन चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं में काफी सुधार मिला। उदाहरण के लिए नसीराबाद में उनके द्वारा 8 अप्रेल को एवं मामले में गठित कमेटी द्वारा अगले दिन किए गए विस्तृत निरीक्षण में कई खामियां पाई गई थीं और सुधार के लिए कई निर्देश दिए गए थे।
रविवार को निरीक्षण में व्यवस्थाएं सुचारू एवं संतोषजनक मिलीं। मिशन निदेशक डॉ. समित शर्मा के नेतृत्व में सर्वप्रथम एक टीम सांगानेर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। इसमें जयपुर सीएमएचओ व अन्य वरिष्ठ राज्य स्तरीय अधिकारी सम्मिलित थे। निरीक्षण के दौरान अनियमितता पाए जाने पर अनेक कार्मिकों और चिकित्सकों को नोटिस जारी किए गए। मिशन निदेशक ने बताया कि यहां प्रसूताओं से अवैध राशि वसूलने की शिकायत प्राप्त होने पर नर्स ग्रेड सेकंड कमलेश गुप्ता एवं पुष्पा चौधरी को नोटिस जारी किया गया। साथ ही सीएचसी प्रभारी डॉ. के.के. खंडेलवाल, प्रमुख विशेषज्ञ गायनी डॉ. आभा सेठी, कनिष्ठ विशेषज्ञ गायिनी डॉ. वंदना गुप्ता एवं निश्चेतक चिकित्सक डॉक्टर मोहन सैनी को सिजेरियन प्रसव नहीं कराए जाने के कारण नोटिस जारी किया गया।
इसी प्रकार अनेक चिकित्सकों को बायोमेट्रिक उपस्थिति के आधार पर 15 दिवस से भी अधिक दिवसों पर देरी से अस्पताल आने पर नोटिस जारी किया गया। इनमें डॉ. आभा सेठी, डॉ. अंजू अरोड़ा, डॉ. दिव्या राठौड़ एवं लैब तकनीशियन मोहनलाल चौधरी, अमिता सिंह, प्रवीण, गायत्री व वर्षा कंप्यूटर ऑपरेटर सम्मिलित हैं।


No comments