फिनोलेक्स के छाबडिय़ा परिवार का झगड़ा कोर्ट में पहुंचा
मुंबई। फिनोलेक्स ग्रुप की छाबडिय़ा फैमिली में विवाद बढ़ गया है। पुणे के 15,000 करोड़ रुपये के ग्रुप के फाउंडर स्वर्गीय प्रह्लाद छाबडिय़ा के बेटे प्रकाश छाबडिय़ा ने फिनोलेक्स केबल्स के एग्जिक्यूटिव चेयरमैन के तौर पर दीपक छाबडिय़ा के बरकरार रहने पर सवाल उठाते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में कहा गया है कि प्रकाश ने अपने चचेरे भाई दीपक को फिनोलेक्स केबल्स के एग्जिक्यूटिव चेयरमैन के तौर पर कार्य करने से रोकने के लिए ऑर्डर देने का निवेदन किया है। इस मामले की सुनवाई 4 अप्रैल को होगी। फिनोलेक्स केबल्स के प्रमोटर और इसके सबसे बड़े शेयरहोल्डर प्रकाश ने आरोप लगाया है कि 25 सितंबर, 2018 को हुई पिछली एनुअल जनरल मीटिंग में दीपक ने प्रमोटर एंटिटी ऑर्बिट इलेक्ट्रिकल्स की ओर से पास किए गए बोर्ड रिजॉल्यूशन में दिए गए निर्देश का पालन नहीं किया था। प्रकाश ने ईमेल से दिए जवाब में कहा कि उन्होंने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर दीपक को एग्जिक्यूटिव चेयरमैन के तौर पर बरकरार रहने से रोकने का निवेदन किया है क्योंकि उन्होंने मेजॉरिटी शेयरहोल्डर्स के रिजॉल्यूशन का उल्लंघन किया है। उनका कहना था, 'मामले के अदालत में होने के कारण मैं और जानकारी नहीं दे सकता।Ó इस बारे में दीपक ने भी कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया।
No comments