एक दिन में ढाई हजार से ज्यादा रोगी पहुंचे जिला चिकित्सालय
- इससे पहले कभी नहीं आए एक दिन की ओपीडी में इतने रोगी
श्रीगंगानगर। गंगानगर के जिला राजकीय चिकित्सालय की ओपीडी ढाई हजार रोगियों के पार पहुंच गई है। पिछले दिनों ओपीडी में 2557 रोगी जांच-उपचार के लिए पहुंचे। यह जिला चिकित्सालय की ओपीडी में आने वाले रोगियों (एक दिन) की सर्वाधिक संख्या है।
जिला चिकित्सालय के उप नियंत्रक डॉ. प्र्रेम बजाज ने बताया कि बीती 18 मार्च को ओपीडी में 2557 रोगी दवा लेने के लिए पहुंचे। जिला चिकित्सालय मेें इससे पहले कभी इतने रोगी एक साथ इतनी बड़ी संख्या मेंं नहीं आए। ओपीडी के साथ-साथ नए भर्ती होने वाले रोगियों की संख्या भी 170 रही। डॉ. बजाज ने बताया कि 352 बैड्स के अस्पताल में एक दिन में भर्ती होने वाले रोगियों का ये आंकड़ा भी नया है। एक दिन में 170 रोगी नए भर्ती हुए तो 147 डिस्चार्ज भी हुए। इससे स्पष्ट होता है कि जिला चिकित्सालय के स्टाफ पर कितना कार्यभार है।
डॉ. बजाज के अनुसार रोजाना ओपीडी में आने वाले और इलाज के लिए भर्ती होने वाले नए रोगियों की इतनी संख्या होने के बावजूद जिला चिकित्सालय में स्वीकृत स्टाफ में बढ़ोतरी नहीं हुई है। बरसों पहले जितने चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ था, आज भी उतना है। इनके मुकाबले रोगीभार कई गुना बढ़ गया है जबकि कई चिकित्सकों-कार्मिकों की सेवानिृवत्ति के बाद भी स्टाफ की संख्या नहीं बढ़ी है।
इनका कहना है
-पहले जिला चिकित्सालय की ओपीडी बमुश्किल 600-700 की थी, लेकिन अब 2000-2200 की है। भर्ती होने वाले रोगियों की संख्या भी 50-60 से बढ़कर आज 150-160 पहुंच गई है, परन्तु स्टाफ नहीं बढ़ा है। फिर भी मौजूदा स्टाफ-संसाधनों से बेहतर चिकित्सा सेवाएं देने का प्रयास है।
-डॉ. प्रेम बजाज
उप नियंत्रक, श्रीगंगानगर
श्रीगंगानगर। गंगानगर के जिला राजकीय चिकित्सालय की ओपीडी ढाई हजार रोगियों के पार पहुंच गई है। पिछले दिनों ओपीडी में 2557 रोगी जांच-उपचार के लिए पहुंचे। यह जिला चिकित्सालय की ओपीडी में आने वाले रोगियों (एक दिन) की सर्वाधिक संख्या है।
जिला चिकित्सालय के उप नियंत्रक डॉ. प्र्रेम बजाज ने बताया कि बीती 18 मार्च को ओपीडी में 2557 रोगी दवा लेने के लिए पहुंचे। जिला चिकित्सालय मेें इससे पहले कभी इतने रोगी एक साथ इतनी बड़ी संख्या मेंं नहीं आए। ओपीडी के साथ-साथ नए भर्ती होने वाले रोगियों की संख्या भी 170 रही। डॉ. बजाज ने बताया कि 352 बैड्स के अस्पताल में एक दिन में भर्ती होने वाले रोगियों का ये आंकड़ा भी नया है। एक दिन में 170 रोगी नए भर्ती हुए तो 147 डिस्चार्ज भी हुए। इससे स्पष्ट होता है कि जिला चिकित्सालय के स्टाफ पर कितना कार्यभार है।
डॉ. बजाज के अनुसार रोजाना ओपीडी में आने वाले और इलाज के लिए भर्ती होने वाले नए रोगियों की इतनी संख्या होने के बावजूद जिला चिकित्सालय में स्वीकृत स्टाफ में बढ़ोतरी नहीं हुई है। बरसों पहले जितने चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ था, आज भी उतना है। इनके मुकाबले रोगीभार कई गुना बढ़ गया है जबकि कई चिकित्सकों-कार्मिकों की सेवानिृवत्ति के बाद भी स्टाफ की संख्या नहीं बढ़ी है।
इनका कहना है
-पहले जिला चिकित्सालय की ओपीडी बमुश्किल 600-700 की थी, लेकिन अब 2000-2200 की है। भर्ती होने वाले रोगियों की संख्या भी 50-60 से बढ़कर आज 150-160 पहुंच गई है, परन्तु स्टाफ नहीं बढ़ा है। फिर भी मौजूदा स्टाफ-संसाधनों से बेहतर चिकित्सा सेवाएं देने का प्रयास है।
-डॉ. प्रेम बजाज
उप नियंत्रक, श्रीगंगानगर
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