उपस्थिति कम, आक्रोश ज्यादा
- समर्थन मूल्य पर पूरी खरीद को लेकर कलेक्ट्रेट पर लगाया धरना
श्रीगंगानगर। समर्थन मूल्य पर फसलों की पूरी खरीद की मांग को लेकर आज विभिन्न किसान संगठनों द्वारा कलेक्ट्रेट पर लगाए गए धरने में चाहे किसानों की उपस्थिति कम रही हो, लेकिन उनमें आक्रोश ज्यादा था। किसान संघर्ष समिति, अखिल भारतीय किसान सभा और गंगानगर किसान समिति के संयुक्त आह्वान पर किसानों ने महाराजा गंगासिंह चौक पर धरना शुरू किया और कलेक्ट्रेट तक टैंट लगाया।
सरसों कटाई का सीजन और चुनावी मौसम होने के कारण किसानों की भीड़ इस बार कम जुट पाई। हालांकि विभिन्न किसान संगठनों के नेताओं ने अपने-अपने क्षेत्र में व्यापक जनसम्पर्क तो किया था, लेकिन चुनाव में लोगों की व्यस्तताओं के चलते 1 बजे तक बहुत कम भीड़ देखने को मिली। इसके विपरीत किसानों का यह भी कहना था कि यदि सरकार नहीं मानी तो यह सिर्फ अभी ट्रेलर है, फिल्म अभी बाकी है।
किसान नेता पृथीपाल सिंह संधू, पूर्व विधायक हेतराम बेनीवाल, संतवीर सिंह मोहनपुरा, रणजीत सिंह राजू, कालू थोरी, श्योपतराम मेघवाल, सतनाम संधू, हरविन्द्र सिंह, विजय रेवाड़ सहित अनेक नेताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों की सरकारें किसानों को लूटने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि हालत यह है कि आज रबी सीजन में बम्पर फसल है। केन्द्र की मोदी सरकार समर्थन मूल्य बढ़ाती है, लेकिन राज्य की कांग्रेस सरकार पूरी खरीद नहीं कर पा रही। पिछली बार भी वसुंधरा सरकार के समय इलाके के किसानों ने संघर्ष करके अपनी बात मनवाई और खरीद 40 क्विंटल के हिसाब से शुरू हुई, जिसमें आज की तरह कोई अडंगेबाजी भी नहीं की। वर्तमान में कांग्रेस सरकार झांसा दे रही है। गत दिवस सूरतगढ़ में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसानों को गुमराह करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि किसान अपनी पूरी फसल समर्थन मूल्य पर बेचकर रहेगा। सरकार मानती है तो ठीक अन्यथा इलाके का किसान आंदोलन को ओर तेज करते हुए अपनी एकजुटता प्रदर्शित करेगा।
सुरक्षा के तगड़े इंतजाम रहे
जिला पुलिस प्रशासन की ओर से आचार संहिता के दौरान किसानों द्वारा किए जा रहे आंदोलन को देखते हुए सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए थे। एसडीएम मुकेश बारहट को कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था। साथ ही पुलिस अधिकारियों के साथ जाब्ता काफी संख्या में था। यातायात पुलिस ने भी कलेक्ट्रेट मार्ग पर यातायात को रोक दिया ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था न फैले। पुलिस प्रशासन लगातार इस आंदोलन पर नजर बनाए हुए है।
श्रीगंगानगर। समर्थन मूल्य पर फसलों की पूरी खरीद की मांग को लेकर आज विभिन्न किसान संगठनों द्वारा कलेक्ट्रेट पर लगाए गए धरने में चाहे किसानों की उपस्थिति कम रही हो, लेकिन उनमें आक्रोश ज्यादा था। किसान संघर्ष समिति, अखिल भारतीय किसान सभा और गंगानगर किसान समिति के संयुक्त आह्वान पर किसानों ने महाराजा गंगासिंह चौक पर धरना शुरू किया और कलेक्ट्रेट तक टैंट लगाया।
सरसों कटाई का सीजन और चुनावी मौसम होने के कारण किसानों की भीड़ इस बार कम जुट पाई। हालांकि विभिन्न किसान संगठनों के नेताओं ने अपने-अपने क्षेत्र में व्यापक जनसम्पर्क तो किया था, लेकिन चुनाव में लोगों की व्यस्तताओं के चलते 1 बजे तक बहुत कम भीड़ देखने को मिली। इसके विपरीत किसानों का यह भी कहना था कि यदि सरकार नहीं मानी तो यह सिर्फ अभी ट्रेलर है, फिल्म अभी बाकी है।
किसान नेता पृथीपाल सिंह संधू, पूर्व विधायक हेतराम बेनीवाल, संतवीर सिंह मोहनपुरा, रणजीत सिंह राजू, कालू थोरी, श्योपतराम मेघवाल, सतनाम संधू, हरविन्द्र सिंह, विजय रेवाड़ सहित अनेक नेताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों की सरकारें किसानों को लूटने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि हालत यह है कि आज रबी सीजन में बम्पर फसल है। केन्द्र की मोदी सरकार समर्थन मूल्य बढ़ाती है, लेकिन राज्य की कांग्रेस सरकार पूरी खरीद नहीं कर पा रही। पिछली बार भी वसुंधरा सरकार के समय इलाके के किसानों ने संघर्ष करके अपनी बात मनवाई और खरीद 40 क्विंटल के हिसाब से शुरू हुई, जिसमें आज की तरह कोई अडंगेबाजी भी नहीं की। वर्तमान में कांग्रेस सरकार झांसा दे रही है। गत दिवस सूरतगढ़ में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसानों को गुमराह करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि किसान अपनी पूरी फसल समर्थन मूल्य पर बेचकर रहेगा। सरकार मानती है तो ठीक अन्यथा इलाके का किसान आंदोलन को ओर तेज करते हुए अपनी एकजुटता प्रदर्शित करेगा।
सुरक्षा के तगड़े इंतजाम रहे
जिला पुलिस प्रशासन की ओर से आचार संहिता के दौरान किसानों द्वारा किए जा रहे आंदोलन को देखते हुए सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए थे। एसडीएम मुकेश बारहट को कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था। साथ ही पुलिस अधिकारियों के साथ जाब्ता काफी संख्या में था। यातायात पुलिस ने भी कलेक्ट्रेट मार्ग पर यातायात को रोक दिया ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था न फैले। पुलिस प्रशासन लगातार इस आंदोलन पर नजर बनाए हुए है।
No comments