स्वाइन फ्लू का सर्वे करने गई टीम से झड़प, गाली-गुफ्तार
- स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मामला दबाने में जुटे
श्रीगंगानगर। जिला मुख्यालय पर स्वाइन फ्लू की रोकथाम में नाकाम रहने से आमजन में स्वास्थ्य विभाग के प्रति रोष है। इसी रोष के चलते पिछले दिनों स्वाइन फ्लू का सर्वे करने गई टीम से कुछ स्थानों पर झड़प हो गई। गाली-गुफ्तार तक हुई, लेकिन हैरानीजनक है कि इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इन मामलों को दबाने में जुटे हैं।
सूत्रों के अनुसार पांच दिन पहले एक स्वाइन फ्लू रोगी की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम सर्वे के लिए सिविल लाइंस स्थित क्षेत्र में पहुंची थी। राजनैतिक पहुंच रखने की वजह से रोगी द्वारा टीम में शामिल कार्मिकों से दुव्र्यवहार किया गया। रोगी ने स्वयं कार्मिकों से गाली-गुफ्तार तक की। इस पर जब कार्मिकों ने विभाग और अपने जिला स्तरीय अधिकारी के आदेशों का हवाला दिया तो उक्त ने अधिकारी को भी देख लेने की बात कही। इस पर कार्मिक वापिस लौट आए।
इसी तरह का वाकया गत दिवस बैंक कॉलोनी में हुआ। सर्वे करने गई टीम कार्मिकों की कार्रवाई पर आपत्ति जताते हुए लोगों ने उन्हें घर में घुसने नहीं दिया। घर के बाहर मार्किंग करने से भी इनकार कर दिया। एक अन्य जगह पर तो रोगी के परिजन सर्वे टीम के गले पड़ गए। ऐतराज जताते हुए इन लोगों ने कहा कि उनके घर में आने की कोई जरुरत नहीं है। जब उन्हें घर के आगे मार्किंग किए जाने की जानकारी मिली तो वे सर्वे टीम कार्मिकों से उलझ गए। कहा- घर के बाहर नंबर किससे पूछकर लगाए? लगातार हुई ऐसी घटनाओं से व्यथित सर्वे टीम कार्मिकों द्वारा अधिकारियों को लिखित में शिकायत करने की जानकारी है, लेकिन विभागीय अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की। जानकारी है कि राजनैतिक दखल की वजह से अधिकारी इस मामले को दबाने में जुटे हैं।
जिस कार्मिक से दुव्र्यहवहार हुआ, नाम नहीं छापने के आग्रह पर उसने कहा कि अधिकारियों ने मामला सुलटाने का आश्वासन दिया है। पूछने पर सीएमएचओ डॉ. नरेश बंसल ने हैरानी जताते हुए कहा कि ऐसी किसी घटना की जानकारी उन्हें नहीं है। बताने पर मालूम हुआ है। अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
श्रीगंगानगर। जिला मुख्यालय पर स्वाइन फ्लू की रोकथाम में नाकाम रहने से आमजन में स्वास्थ्य विभाग के प्रति रोष है। इसी रोष के चलते पिछले दिनों स्वाइन फ्लू का सर्वे करने गई टीम से कुछ स्थानों पर झड़प हो गई। गाली-गुफ्तार तक हुई, लेकिन हैरानीजनक है कि इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इन मामलों को दबाने में जुटे हैं।
सूत्रों के अनुसार पांच दिन पहले एक स्वाइन फ्लू रोगी की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम सर्वे के लिए सिविल लाइंस स्थित क्षेत्र में पहुंची थी। राजनैतिक पहुंच रखने की वजह से रोगी द्वारा टीम में शामिल कार्मिकों से दुव्र्यवहार किया गया। रोगी ने स्वयं कार्मिकों से गाली-गुफ्तार तक की। इस पर जब कार्मिकों ने विभाग और अपने जिला स्तरीय अधिकारी के आदेशों का हवाला दिया तो उक्त ने अधिकारी को भी देख लेने की बात कही। इस पर कार्मिक वापिस लौट आए।
इसी तरह का वाकया गत दिवस बैंक कॉलोनी में हुआ। सर्वे करने गई टीम कार्मिकों की कार्रवाई पर आपत्ति जताते हुए लोगों ने उन्हें घर में घुसने नहीं दिया। घर के बाहर मार्किंग करने से भी इनकार कर दिया। एक अन्य जगह पर तो रोगी के परिजन सर्वे टीम के गले पड़ गए। ऐतराज जताते हुए इन लोगों ने कहा कि उनके घर में आने की कोई जरुरत नहीं है। जब उन्हें घर के आगे मार्किंग किए जाने की जानकारी मिली तो वे सर्वे टीम कार्मिकों से उलझ गए। कहा- घर के बाहर नंबर किससे पूछकर लगाए? लगातार हुई ऐसी घटनाओं से व्यथित सर्वे टीम कार्मिकों द्वारा अधिकारियों को लिखित में शिकायत करने की जानकारी है, लेकिन विभागीय अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की। जानकारी है कि राजनैतिक दखल की वजह से अधिकारी इस मामले को दबाने में जुटे हैं।
जिस कार्मिक से दुव्र्यहवहार हुआ, नाम नहीं छापने के आग्रह पर उसने कहा कि अधिकारियों ने मामला सुलटाने का आश्वासन दिया है। पूछने पर सीएमएचओ डॉ. नरेश बंसल ने हैरानी जताते हुए कहा कि ऐसी किसी घटना की जानकारी उन्हें नहीं है। बताने पर मालूम हुआ है। अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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