श्रीगंगानगर समेत एक दर्जन सीटों पर टिकट के लिए भाजपा में खींचतान
- आलाकमान के लिए टिकट तय कर पाना हुआ मुश्किल
श्रीगंगानगर। विधानसभा चुनाव की तरह अब लोकसभा चुनाव में भी भाजपा के लिए टिकट तय करना मुश्किल हो रहा है। पार्टी के लोगों का कहना है कि पिछली बार की तरह सभी सीटें जीतना इस बार टिकट तय करने में सबसे बड़ी मुश्किल बना हुआ है।
हालांकि दो सीटें अलवर और अजमेर अब कांग्रेस के कब्जे में है और एक सीट दौसा के सांसद विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में चले गए, इसलिए इन तीन सीटों पर तो नए चेहरे आएंगे, लेकिन पार्टी की ओर से कराई गई रायशुमारी में 25 में से करीब एक दर्जन सीटों पर आपसी खींचतान सामने आई है। इनमें श्रीगंगानगर सीट भी शामिल है।
इन सीटों पर इस बार मौजूदा सांसदों और नए दावेदारों के बीच खासी खींचतान दिख रही है। इन सीटों पर पार्टी में गुटबाजी होती दिख रही है। इनमें से कई सीटों पर विवाद तो खुलकर सामने भी आ चुके हैं, जिसके बाद चुनावी तैयारी में जुटे प्रदेश के नेताओं से लेकर दिगी के शीर्ष नेतृत्व की भी चिंता बढ़ गई है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव में भी पार्टी लगभग आधे टिकट बदलना चाहती है और इसके लिए विभिन्न तरीकों से फीडबैक भी जुटाया जा रहा है तथा सांसदों के कामकाज का आकलन भी कराया जा रहा है। यह रिपोर्टें सांसदों के टिकट कटने का आधार बन सकती हंै, लेकिन यह आशंका भी है कि मौजूदा सांसद का टिकट काटना पार्टी के लिए चुनाव में कई तरह की मुश्किलें खड़ी कर सकता है और इससे गुटबाजी और बगावत का खतर बढ़ जाता है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि अजमेर, अलवर और दौसा सीट पर चूकि अब पार्टी का कोई सांसद नहीं है, इसलिए इन सीटों पर तो नए चेहरे उतार सकती है, लेकिन जिन सीटों पर खींचतान सामने आ रही है उनमें जयपुर शहर, चूरू, श्रीगंगानगर, बीकानेर, टोंक, नागौर, बाड़मेर-जैसलमेर, धौलपुर-करौली, भरतपुर, राजसमंद सीकर जैसी सीटें हैं। इनमें से बीकानेर में तो मौजूदा केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल सांसद है, वहीं नागौर में भी केन्द्रीय मंत्री सी.आर. चैधरी सांसद है।
श्रीगंगानगर में यह है स्थिति
श्रीगंगानगर सीट पर मौजूदा सांसद निहालचंद मेघवाल तो दावेदार हैं ही, उनके अलावा भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के
प्रदेशाध्यक्ष ओपी महेन्द्रा, भाजपा के प्रदेश मंत्री कैलाश मेघवाल भी टिकट मांग रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल भी बीकोनर सीट छोड़कर श्रीगंगानगर से चुनाव लडऩा चाह रहे हैं। पाली जिले की एक महिला नेता भी यहां से टिकट मांग रही हैं। कई नेताओं की दावेदारी से श्रीगंगानगर सीट पर खींचतान की स्थिति बनी हुई है।
श्रीगंगानगर। विधानसभा चुनाव की तरह अब लोकसभा चुनाव में भी भाजपा के लिए टिकट तय करना मुश्किल हो रहा है। पार्टी के लोगों का कहना है कि पिछली बार की तरह सभी सीटें जीतना इस बार टिकट तय करने में सबसे बड़ी मुश्किल बना हुआ है।
हालांकि दो सीटें अलवर और अजमेर अब कांग्रेस के कब्जे में है और एक सीट दौसा के सांसद विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में चले गए, इसलिए इन तीन सीटों पर तो नए चेहरे आएंगे, लेकिन पार्टी की ओर से कराई गई रायशुमारी में 25 में से करीब एक दर्जन सीटों पर आपसी खींचतान सामने आई है। इनमें श्रीगंगानगर सीट भी शामिल है।
इन सीटों पर इस बार मौजूदा सांसदों और नए दावेदारों के बीच खासी खींचतान दिख रही है। इन सीटों पर पार्टी में गुटबाजी होती दिख रही है। इनमें से कई सीटों पर विवाद तो खुलकर सामने भी आ चुके हैं, जिसके बाद चुनावी तैयारी में जुटे प्रदेश के नेताओं से लेकर दिगी के शीर्ष नेतृत्व की भी चिंता बढ़ गई है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव में भी पार्टी लगभग आधे टिकट बदलना चाहती है और इसके लिए विभिन्न तरीकों से फीडबैक भी जुटाया जा रहा है तथा सांसदों के कामकाज का आकलन भी कराया जा रहा है। यह रिपोर्टें सांसदों के टिकट कटने का आधार बन सकती हंै, लेकिन यह आशंका भी है कि मौजूदा सांसद का टिकट काटना पार्टी के लिए चुनाव में कई तरह की मुश्किलें खड़ी कर सकता है और इससे गुटबाजी और बगावत का खतर बढ़ जाता है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि अजमेर, अलवर और दौसा सीट पर चूकि अब पार्टी का कोई सांसद नहीं है, इसलिए इन सीटों पर तो नए चेहरे उतार सकती है, लेकिन जिन सीटों पर खींचतान सामने आ रही है उनमें जयपुर शहर, चूरू, श्रीगंगानगर, बीकानेर, टोंक, नागौर, बाड़मेर-जैसलमेर, धौलपुर-करौली, भरतपुर, राजसमंद सीकर जैसी सीटें हैं। इनमें से बीकानेर में तो मौजूदा केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल सांसद है, वहीं नागौर में भी केन्द्रीय मंत्री सी.आर. चैधरी सांसद है।
श्रीगंगानगर में यह है स्थिति
श्रीगंगानगर सीट पर मौजूदा सांसद निहालचंद मेघवाल तो दावेदार हैं ही, उनके अलावा भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के
प्रदेशाध्यक्ष ओपी महेन्द्रा, भाजपा के प्रदेश मंत्री कैलाश मेघवाल भी टिकट मांग रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल भी बीकोनर सीट छोड़कर श्रीगंगानगर से चुनाव लडऩा चाह रहे हैं। पाली जिले की एक महिला नेता भी यहां से टिकट मांग रही हैं। कई नेताओं की दावेदारी से श्रीगंगानगर सीट पर खींचतान की स्थिति बनी हुई है।

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